भारत में ‘ला नीना’ का प्रकोप! कई राज्यों में ठंड बढ़ी, IMD ने जारी किया अलर्ट
छत्तीसगढ़ में सर्दी ने अब पूरी तरह से दस्तक दे दी है। प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में ठंडी हवाओं का असर तेज हो गया है। मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटों के लिए कई जिलों में शीतलहर की चेतावनी जारी की है।
पिछले 24 घंटों में प्रदेश का अधिकतम तापमान 30.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम तापमान अंबिकापुर में 8.2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। अंबिकापुर में पारा 10 डिग्री से नीचे पहुंचने के साथ ही यहां कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, कोरिया, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, सरगुजा, जशपुर, सूरजपुर और बलरामपुर जिलों में सोमवार को एक-दो स्थानों पर शीतलहर की स्थिति बनने की संभावना है। लोगों को सुबह और देर रात के समय ठंड से बचाव के उपाय करने की सलाह दी गई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर भारत से ठंडी और शुष्क हवाओं का लगातार आगमन हो रहा है, जिसके कारण प्रदेशभर में तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। हालांकि, फिलहाल मौसम में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है।
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सरगुजा संभाग के कई इलाकों में सुबह के समय घना कोहरा और धुंध देखी जा रही है। वहीं दिन के समय धूप निकलने के बावजूद ठंडी हवाओं के कारण लोगों को सर्दी का एहसास बना हुआ है। मौसम विभाग ने बताया कि आने वाले कुछ दिनों तक प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन तापमान में और गिरावट संभव है। राज्य के कई हिस्सों में लोगों ने सुबह की ठंड से बचने के लिए अलाव जलाना शुरू कर दिया है। मौसम विभाग ने किसानों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है, ताकि शीतलहर के असर से बचा जा सके।
अगर तापमान में गिरावट का यही रुख जारी रहा, तो नवंबर के मध्य तक राज्य के उत्तरी हिस्सों में न्यूनतम तापमान 6–7 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। मौसम विभाग ने साफ कहा है कि अगले कुछ दिन छत्तीसगढ़ के लिए ठंड के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण रहने वाले हैं।

