बलरामपुर 3 अक्टूबर 2025
जिले की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से आज जिला शिक्षा अधिकारी एम आर यादव की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में सभी छह विकासखण्डों के शिक्षा अधिकारी, सहायक अधिकारी और समन्वयक मौजूद रहे।
बैठक की शुरुआत प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना और आवासीय विद्यालयों में भोजन की गुणवत्ता से जुड़ी चर्चा से हुई। अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन हर हाल में सुनिश्चित किया जाए। खाद्य सुरक्षा प्रोटोकॉल, स्वच्छता, पर्यवेक्षण और जवाबदेही जैसे बिंदुओं पर विशेष बल दिया गया।
इसके साथ ही विद्यालयों में शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। शिक्षकों से अपेक्षा की गई कि वे न केवल विद्यार्थियों को नियमित रूप से विद्यालय लाएं बल्कि अनुपस्थिति की स्थिति में कारणों की समीक्षा कर समाधान भी करें। वितरित पाठ्यपुस्तकों को छात्रों तक पूरी तरह पहुँचाने और बारकोड से स्कैनिंग प्रक्रिया पूर्ण करने की भी जिम्मेदारी दी गई।
जिले में लंबित विद्युत देयों के निस्तारण पर भी चर्चा हुई। तत्काल भुगतान करने और अतिरिक्त बजट आवंटन हेतु प्रस्ताव भेजने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए। वहीं 2 अक्टूबर से शुरू हो रही ग्राम सभाओं में शिक्षा विभाग के नोडल अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य की गई, ताकि सामाजिक आकलन से जुड़े बिंदुओं को भी शामिल किया जा सके।
पर्यावरण संरक्षण के अंतर्गत चल रहे “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान पर भी समीक्षा की गई। प्रत्येक संस्था को कम से कम 25 पौधे लगाने और उनकी सुरक्षा के लिए तार की जाली से घेरा बनाने के निर्देश दिए गए।
बैठक में लंबित छात्रवृत्तियों और जाति प्रमाण पत्र संबंधी आवेदनों की भी समीक्षा की गई। अधिकारियों को कहा गया कि 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों की प्रविष्टि पोर्टल में अनिवार्य रूप से की जाए और सभी जाति प्रमाण पत्र आवेदन समय पर निपटाए जाएं, ताकि किसी भी छात्र को असुविधा न हो।
बैठक में डीपीएम समग्र शिक्षा बलरामपुर सहित सभी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, सहायक अधिकारी और समन्वयक उपस्थित रहे। यह बैठक जिले की शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा देने और विद्यार्थियों के हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण साबित हुई।

