नई दिल्ली। गूगल ने शिक्षा की दुनिया में एक नई क्रांति की शुरुआत करते हुए शिक्षकों और छात्रों के लिए 30 से अधिक AI-आधारित टूल्स और ‘Gemini for Students’ नामक विशेष एप लॉन्च किया है। अमेरिका में आयोजित इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर टेक्नोलॉजी इन एजुकेशन (ISTE) सम्मेलन में इन टूल्स की घोषणा की गई। गूगल का दावा है कि ये नए फीचर्स शिक्षा को अधिक प्रभावशाली, सृजनात्मक और सुरक्षित बनाएंगे।
शिक्षकों के लिए मिलेगा AI का स्मार्ट सहारा
गूगल ने ‘Gemini in Classroom’ नाम से एक नई AI सीरीज पेश की है, जिसके अंतर्गत 30 से अधिक टूल्स Google Workspace for Education उपयोगकर्ताओं को मुफ्त में मिलेंगे। इन टूल्स की मदद से शिक्षक अब…
- AI से Lesson Plans तैयार कर सकेंगे,
- ऑटोमेटिक क्विज बना सकेंगे,
- प्रेजेंटेशन और वर्कशीट डिजाइन कर सकेंगे,
- छात्रों को प्रोजेक्ट आइडिया देने के लिए ब्रेनस्टॉर्मिंग टूल्स का इस्तेमाल कर सकेंगे,
- और पढ़ाई को गेमिफिकेशन यानी खेल में बदलने वाले फीचर्स का उपयोग कर सकेंगे।
जल्द आ रहे हैं NotebookLM और Gems जैसे नए फीचर
गूगल ने जल्द ही दो और बड़े फीचर्स जोड़ने की घोषणा की है—NotebookLM और Gems। NotebookLM के जरिए शिक्षक स्टडी गाइड और ऑडियो ओवरव्यू तैयार कर सकेंगे। वहीं Gems फीचर से शिक्षक एक AI एक्सपर्ट बना सकेंगे, जो छात्रों को उनके अनुसार व्यक्तिगत मदद देगा।
गूगल की योजना है कि यह सिस्टम अमेरिका के K-12 नेशनल और स्टेट लर्निंग स्टैंडर्ड्स के अनुरूप तैयार किया जाए और बाद में अन्य देशों के शैक्षणिक मानकों को भी इसमें जोड़ा जाए। स्कूल और संस्थान चाहें तो अपने खुद के स्टैंडर्ड्स को भी CASE Network 2 के जरिए Google Classroom में शामिल कर सकेंगे।
छात्रों के लिए ‘Gemini for Students’ एप
छात्रों के लिए गूगल ने खासतौर पर ‘Gemini for Students’ एप लॉन्च किया है। इसमें पढ़ाई को इंटरएक्टिव और पर्सनलाइज्ड बनाने के लिए कई अनूठे फीचर्स दिए गए हैं:
- Gemini Canvas के जरिए छात्र अपने लिए खुद क्विज तैयार कर सकते हैं।
- इंटरएक्टिव डायग्राम और विजुअल्स के जरिये कठिन विषय भी आसानी से समझे जा सकते हैं।
- अभिभावकों और शिक्षकों के लिए सुपरविजन टूल्स और कंट्रोल्स भी दिए गए हैं, जिससे छात्रों की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा सके।
बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि: गूगल की पॉलिसी में स्पष्ट प्रावधान
गूगल ने इस बात पर खास ज़ोर दिया है कि छात्रों की सुरक्षा और गोपनीयता से कोई समझौता नहीं होगा। छात्रों की चैट या बातचीत से AI मॉडल को ट्रेन नहीं किया जाएगा। इस नीति को तैयार करने में चाइल्ड सेफ्टी एक्सपर्ट्स की मदद ली गई है।
गूगल के ये नए AI टूल्स आधुनिक शिक्षा को एक नया स्वरूप देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माने जा रहे हैं। ये न केवल शिक्षकों का कार्यभार कम करेंगे बल्कि छात्रों के लिए पढ़ाई को ज्यादा रोचक और व्यक्तिगत बनाएंगे। AI की ताकत अब कक्षा की दीवारों को पार कर, हर विद्यार्थी तक पहुंचने लगी है।