क्रिकेट के इतिहास में 14 जून 2025 की तारीख साउथ अफ्रीका के लिए हमेशा के लिए यादगार बन गई। लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर शनिवार को खेले गए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में साउथ अफ्रीका ने डिफेंडिंग चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर पहली बार टेस्ट क्रिकेट का विश्व खिताब अपने नाम कर लिया।
इस जीत के साथ ही साउथ अफ्रीका ने 27 साल का सूखा खत्म कर दिया है। इससे पहले टीम ने 1998 में ICC चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। तब से अब तक टीम कई मौकों पर नजदीक पहुंची, लेकिन हर बार निराशा हाथ लगी। WTC फाइनल की यह जीत न सिर्फ टीम के लिए बल्कि पूरे अफ्रीकी क्रिकेट के इतिहास के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बन गई।
मैच का रोमांचक सफर: ऑस्ट्रेलिया ने दी चुनौती, साउथ अफ्रीका ने दिखाया दम
इस मुकाबले की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए की थी। टीम ने पहली पारी में 212 रन बनाए। जवाब में साउथ अफ्रीका की टीम सिर्फ 138 रन पर सिमट गई और ऑस्ट्रेलिया को 74 रन की अहम बढ़त मिल गई। इस वक्त ऐसा लग रहा था कि कंगारू टीम एक बार फिर ट्रॉफी पर कब्जा जमा लेगी।
हालांकि, दूसरी पारी में साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया। तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा और एनरिक नॉर्खिया ने दबाव बनाते हुए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को खुलकर खेलने नहीं दिया। पूरी टीम 218 रन पर सिमट गई और अफ्रीकी टीम को 282 रन का लक्ष्य मिला।
मार्करम का शतक और बावुमा की कप्तानी पारी ने बदल दिया मैच का रुख
लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीकी टीम की शुरुआत मजबूत रही। ओपनर ऐडन मार्करम ने जिम्मेदारी भरी पारी खेलते हुए 136 रन बनाए। उन्होंने मैदान के चारों ओर आकर्षक शॉट्स खेले और एक छोर पर टिके रहे। वहीं कप्तान टेम्बा बावुमा ने 66 रन की शानदार पारी खेलकर टीम को स्थिरता दी।
जब मुकाबला आखिरी सेशन में पहुंचा, तब काइल वेरियन और डेविड बेडिंघम ने नर्वस मोमेंट्स के बावजूद शानदार संयम दिखाया। 84वें ओवर में वेरियन ने मिचेल स्टार्क की गेंद पर सिंगल लेकर जीत की मुहर लगा दी। वेरियन 4 रन और बेडिंघम 21 रन बनाकर नाबाद रहे।
ऐतिहासिक जीत के हीरो: ऐडन मार्करम बने प्लेयर ऑफ द मैच
इस मैच के हीरो रहे ऐडन मार्करम, जिन्हें उनकी 136 रन की बेहतरीन पारी के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का पुरस्कार दिया गया। उन्होंने दबाव में जिस तरह बल्लेबाजी की, वह युवा खिलाड़ियों के लिए एक मिसाल है। उनका यह प्रदर्शन लंबे समय तक याद रखा जाएगा।
दबाव में जीत, टीम की नई पहचान
यह जीत साउथ अफ्रीकी क्रिकेट के लिए सिर्फ एक खिताब नहीं, बल्कि नई पहचान और नए युग की शुरुआत है। टीम ने दिखा दिया कि वे बड़े मुकाबलों में जीत हासिल करने का दम रखते हैं। लंबे समय तक “चोकर्स” का टैग झेलने वाली इस टीम ने अब खुद को एक चैंपियन टीम के रूप में स्थापित कर लिया है।
ICC टूर्नामेंटों में साउथ अफ्रीका का सफर
- 1998 – चैंपियंस ट्रॉफी जीत
- 2025 – वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप जीत
- बीच के वर्षों में टीम कई बार सेमीफाइनल और क्वार्टरफाइनल तक पहुंची, लेकिन हर बार जीत से दूर रह गई। इस जीत ने उन सारी नाकामियों को पीछे छोड़ दिया।
क्रिकेट प्रेमियों के लिए जश्न का मौका
दुनियाभर के क्रिकेट फैंस के लिए यह एक यादगार मुकाबला बन गया है। खासकर अफ्रीकी फैंस के लिए यह जीत किसी त्यौहार से कम नहीं। लॉर्ड्स के मैदान पर खचाखच भरे स्टेडियम में जैसे ही साउथ अफ्रीका ने जीत हासिल की, वहां मौजूद हजारों फैंस झूम उठे। सोशल मीडिया पर भी इस ऐतिहासिक जीत की जमकर तारीफ हो रही है।