खुशियों की उम्मीद में पहुंचे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। प्रसव के दौरान महिला और उसके नवजात बेटे की मौत से अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। घटना इतनी दर्दनाक थी कि परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। यह घटना बिहार के भोजपुर जिले के आरा नवादा थाना क्षेत्र के चंदवा मोड़ स्थित एक निजी अस्पताल की है।
मोबाइल चार्ज करते वक्त दर्दनाक हादसा, 26 वर्षीय युवक की करंट से मौत, परिवार में मचा कोहराम
प्रसव के दौरान गई मां-बेटे की जान
जानकारी के मुताबिक, गजराजगंज ओपी क्षेत्र के बामपाली गांव निवासी सीआईएसएफ दरोगा राजेश कुमार साह की 27 वर्षीय पत्नी खुशबू कुमारी को प्रसव पीड़ा होने पर परिवार वाले चंदवा मोड़ स्थित एक निजी अस्पताल में लेकर आए थे। इलाज के दौरान ही खुशबू और उसके नवजात की मौत हो गई। परिवार वालों का आरोप है कि अस्पताल में न तो विशेषज्ञ डॉक्टर मौजूद थे और न ही आवश्यक सुविधाएं।
तेज रफ्तार कार ने पांच वाहनों को मारी टक्कर: एक की मौत, सात घायल
परिजनों ने किया हंगामा और तोड़फोड़
मौत की खबर मिलते ही परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ की। वहां रखे उपकरणों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया और बाहर खड़ी एक कार भी तोड़ दी गई। स्थिति बेकाबू होती देख नवादा थानाध्यक्ष बिपिन बिहारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को शांत कराया। इसके बावजूद परिजनों ने आरा-बक्सर मुख्य मार्ग को चंदवा मोड़ के पास जाम कर दिया, जिससे यातायात व्यवस्था ठप हो गई।
छठ पूजा की तैयारी में करते डूबा मासूम: सफाई के दौरान नदी ने ली 16 साल के सुशांत की जान
अस्पताल की सुविधाओं पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस अस्पताल में यह घटना हुई, वहां आवश्यक चिकित्सकीय सुविधाएं नहीं हैं। फिर भी वहां प्रसव जैसे गंभीर मामलों का इलाज किया जाता है। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए हमें Facebook और Instagram पर फॉलो करें।

