नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय और भारतीय नौसेना की साझा मुहिम ‘ऑपरेशन सिंधू’ के तहत ईरान में फंसे भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सोमवार देर रात पहला जत्था 110 भारतीय नागरिकों को लेकर भारत पहुंचा।
हवाई अड्डे पर जैसे ही परिजनों ने अपनों को सकुशल देखा, खुशी के मारे आंखें छलक उठीं। माता-पिता, पत्नियां और बच्चे अपने प्रियजनों से लिपट कर रो पड़े। कई बुजुर्ग परिजनों ने हाथ जोड़कर भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया।
क्या है ऑपरेशन सिंधू?
‘ऑपरेशन सिंधू’ भारत सरकार द्वारा चलाया गया एक विशेष रेस्क्यू मिशन है, जिसका उद्देश्य ईरान में हालिया संघर्ष या संकट के कारण फंसे भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाना है। यह अभियान विदेश मंत्रालय, भारतीय दूतावास और भारतीय नौसेना के तालमेल से संचालित हो रहा है।
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने दी जानकारी
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए कहा – “हम अपने हर नागरिक की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। ऑपरेशन सिंधू के तहत हमारे नागरिकों की सुरक्षित वापसी जारी रहेगी। पहला जत्था सकुशल पहुंच चुका है और आगे की उड़ानों की योजना तैयार है।”
लौटने वालों ने सुनाई आपबीती
ईरान से लौटे कुछ भारतीयों ने बताया कि स्थानीय हालात बेहद अस्थिर हो चुके थे। काम बंद हो गया था, राशन और दवाइयों की भी किल्लत हो रही थी। ऐसे में भारत सरकार की ओर से शुरू की गई यह पहल उनके लिए जीवनदायिनी साबित हुई।
देशभर से सराहना
इस मानवीय पहल की देशभर में सराहना हो रही है। सोशल मीडिया पर “#OperationSindhu” ट्रेंड कर रहा है। यूजर्स भारत सरकार की तत्परता और मानवीय संवेदनशीलता की प्रशंसा कर रहे हैं।