राजस्व प्रकरणों के शीघ्र निराकरण और कैशबुक अद्यतन करने के दिए कड़े निर्देश, कई अधिकारियों को नोटिस जारी
रायपुर।
रायपुर संभाग के संभागायुक्त महादेव कावरे ने गुरुवार को जिला मुख्यालय रायपुर के कलेक्ट्रेट, जिला पंचायत, तहसील कार्यालय सहित विभिन्न विभागों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कई महत्त्वपूर्ण विभागीय गतिविधियों और रिकॉर्डों की गहन समीक्षा की।
निरीक्षण के दौरान कलेक्ट्रेट के नाज़रात शाखा में 2 करोड़ रुपए से अधिक की राशि के अंतर को लेकर संभागायुक्त ने गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस कैशबुक विसंगति को एक सप्ताह के भीतर स्पष्ट किया जाए, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
लंबित राजस्व प्रकरणों के शीघ्र निराकरण के निर्देश
संभागायुक्त ने राजस्व विभाग द्वारा लंबित प्रकरणों की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि दो वर्ष से अधिक समय से लंबित सभी प्रकरणों का प्राथमिकता से शीघ्र निराकरण किया जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
रिकॉर्ड रूम में हजारों फाइलें जमा नहीं, तहसील अधिकारियों को नोटिस
निरीक्षण के दौरान यह भी सामने आया कि तहसील और उपतहसील कार्यालयों में हजारों प्रकरण अब भी रिकॉर्ड रूम में जमा नहीं किए गए हैं। इस गंभीर लापरवाही पर श्री कावरे ने तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों और वाचकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
कैशबुक अद्यतन नहीं, जिला पंचायत और अन्य विभागों पर नाराज़गी
संभागायुक्त ने जिला पंचायत, आबकारी, खनिज और आदिवासी विकास विभागों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने पाया कि इन विभागों में कैशबुक अद्यतन नहीं की गई है, जिस पर उन्होंने कड़ी नाराज़गी जताई और संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के बाद संभागायुक्त ने कहा कि सभी विभागीय अधिकारियों को वित्तीय पारदर्शिता, रिकॉर्ड अद्यतन और लंबित मामलों के शीघ्र निराकरण की जिम्मेदारी गंभीरता से लेनी होगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में फिर से निरीक्षण किया जाएगा और लापरवाह अधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।