नई दिल्ली, एलन मस्क की कंपनी Starlink को भारत सरकार से सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं शुरू करने की आधिकारिक मंजूरी मिल गई है। यह मंजूरी भारत के ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों तक हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड इंटरनेट पहुंचाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। Starlink, जो पहले ही बांग्लादेश जैसे देशों में अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुकी है, अब भारत में जुलाई के पहले सप्ताह से अपनी सेवाएं शुरू करने जा रही है।
🔹 क्या है Starlink?
Starlink दरअसल एलन मस्क की स्पेसएक्स कंपनी द्वारा संचालित एक सैटेलाइट इंटरनेट सेवा है, जो पृथ्वी से करीब 550 किलोमीटर ऊपर स्थित लो-अर्थ ऑर्बिट (LEO) सैटेलाइट्स की मदद से काम करती है। इसकी सबसे बड़ी खूबी है कि यह बिना मोबाइल टावर के दूर-दराज के इलाकों में भी तेज़ इंटरनेट कनेक्टिविटी दे सकती है।
भारत में Starlink प्लान की संभावित खासियतें:
- शुरुआती प्लान की कीमत ₹850 से भी कम
- अनलिमिटेड डेटा के साथ प्रमोशनल ऑफर
- 1 करोड़ से ज्यादा भारतीय यूजर्स को जोड़ने का लक्ष्य
- कम कीमत के ज़रिए स्पेक्ट्रम लागत की भरपाई की योजना
- जियो और एयरटेल स्टोर्स पर उपलब्ध रहेगा सेटअप डिवाइस और एंटीना कब होगी लॉन्चिंग?
Starlink की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक तारीख तो नहीं बताई गई है, लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक जुलाई 2025 के पहले सप्ताह में इसकी सेवाएं शुरू हो सकती हैं। 15 दिन के ट्रायल पीरियड के बाद यह सेवा आम लोगों के लिए उपलब्ध होगी।
Starlink क्यों है खास?
- ग्रामीण क्षेत्रों में भी हाई-स्पीड इंटरनेट
- पढ़ाई, स्वास्थ्य और डिजिटल सेवा सुविधाओं को मिलेगा बढ़ावा
- दूरस्थ इलाकों में डिजिटल भारत को मजबूती
- बाढ़, भूकंप या अन्य आपदा के समय बिना बाधा के इंटरनेट
- अगर Starlink अपने वादों पर खरा उतरती है, तो यह भारत के लिए सैटेलाइट इंटरनेट क्षेत्र में एक क्रांतिकारी परिवर्तन लेकर आ सकती है। कम कीमत और तेज़ स्पीड के साथ Starlink, भारत में दुनिया के सबसे सस्ते और असरदार सैटेलाइट इंटरनेट प्लान्स में गिना जाएगा।