ग्लोबल संकेतों के बीच घरेलू शेयर बाजार तेजी के साथ बंद हुआ। बीएसई सेंसेक्स 79.27 अंक बढ़कर 80,623.26 पर और निफ्टी 21.95 अंक बढ़कर 24,596.15 पर बंद हुआ। बेंचमार्क सूचकांक निफ्टी 50 अपने इंट्राडे लो लेवल 24,344.15 से एक प्रतिशत ऊपर चढ़ा। आज के कारोबार के आखिर में बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.30 प्रतिशत बढ़ा, जबकि स्मॉलकैप सूचकांक 0.18 प्रतिशत गिरा। ब्रोकरेज फर्मों का कहना है कि ट्रम्प के टैरिफ का सूचीबद्ध बाजार आय पर सीधा प्रभाव बहुत ज्यादा नहीं पड़ेगा। हालांकि अमेरिका को निर्यात पर इसका गहरा प्रभाव पड़ेगा।
इन प्रमुख शेयरों में हलचल
गुरुवार को कारोबार के दौरान सेंसेक्स की कंपनियों में टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, इटरनल, एक्सिस बैंक, मारुति, टाटा स्टील, एचडीएफसी बैंक और एशियन पेंट्स के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई। हालांकि, अडानी पोर्ट्स, ट्रेंट, टाटा मोटर्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर और एनटीपीसी के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।
भारतीय शेयर बाजार को आज क्यों मिला सपोर्ट?
खबर के मुताबिक, विशेषज्ञों का कहना है कि समग्र भारतीय अर्थव्यवस्था पर टैरिफ का प्रभाव अभी भी कंट्रोल में है, और सरकार उन क्षेत्रों के लिए राहत उपायों पर विचार कर सकती है जो अमेरिकी बाजारों पर अधिक निर्भर हैं। जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के शोध प्रमुख विनोद नायर का कहना है कि ट्रम्प, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच संभावित शांति वार्ता की खबरों के चलते कारोबारी धारणा में सुधार देखा गया। इससे निवेशकों को उम्मीद है कि अमेरिका का रुख व्यापार के प्रति कुछ नरम हो सकता है।
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रुपया 3 पैसा तेज बंद हुआ
पीटीआई की खबर के मुताबिक, गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सीमित दायरे में कारोबार करता रहा और अंत में 3 पैसे की मामूली बढ़त के साथ 87.69 (अस्थायी) पर बंद हुआ। यह तेजी ऐसे समय में देखने को मिली जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा की, जिससे कुल शुल्क 50 प्रतिशत तक पहुंच गया। इस कदम से बाजार की धारणा पर नकारात्मक असर पड़ा।