GST में सुधार के प्रस्ताव के तहत अगर सरकार सिर्फ 2 टैक्स स्लैब (जैसे 8% और 15%) लागू करती है, जैसा कि रिपोर्ट्स में सुझाया गया है, तो कई दैनिक उपयोग की चीजें और फेस्टिव सीजन की खरीदारी वाली वस्तुएं दिवाली से सस्ती हो सकती हैं। इसमें घी, मेडिसिन, AC-TV, कार-बाइक सहित कई अन्य सामान सस्ते हो सकते हैं। अभी GST के चार मुख्य स्लैब हैं — 5%, 12%, 18% और 28%, और टैक्स संरचना को आसान बनाकर केवल दो स्लैब करने से ग्राहकों को सीधे राहत मिल सकती है। एक अनुमान के मुताबिक, तमाम तरह की चीजें सस्ती हो सकती हैं।
दिवाली में कौन-कौन सी चीजें हो सकती हैं सस्ती?
अगर सरकार प्रस्तावित दो नए जीएसटी स्लैब लागू करती है तो फर्नीचर, LED लाइट्स और डेकोरेटिव लाइट्स, अलमारियां और होम डेकोर आइटम्स, इलेक्ट्रॉनिक होम अप्लायंसेज जैसे टीवी, मिक्सर, पंखा आदि सस्ते हो जाएंगे। इसके अलावा, शैम्पू, साबुन, क्रीम, टूथपेस्ट, परफ्यूम, डियोड्रेंट, (जो अभी 18% या 28% टैक्स में आते हैं) आदि भी सस्ते हो सकते हैं। खाने-पीने की चीजों में चॉकलेट, मिठाइयां, प्रोसेस्ड फूड्स, नमकीन, बेकरी आइटम्स और रेडी-टू-ईट प्रोडक्ट्स भी सस्ते हो सकते हैं।
कपड़े और फुटवियर और फैशन एक्सेसरीज
जीएसटी स्लैब कम होने से ब्रांडेड कपड़े, ₹1,000 से ऊपर के जूते, फैशन एक्सेसरीज, खिलौने और बच्चों से जुड़ी चीजें, बच्चों के खिलौने और स्कूल स्टेशनरी जैसे बैग्स और वाटर बॉटल्स, हेडफोन, स्मार्टवॉच, मिड-रेंज मोबाइल फोन्स के भी दाम घटने के आसार हैं।
आखिर क्यों सस्ती होंगी ये चीजें?
आपको बता दें, जो सामान अभी 18% या 28% जीएसटी स्लैब के तहत आते हैं, अगर उन्हें 15% टैक्स स्लैब में डाला जाता है, तो उनका दाम कम हो जाएगा। टैक्स ढांचा सरल होने से कॉम्प्लायंस कॉस्ट घटेगा, जिससे कंपनियां कीमतें घटा सकती हैं। जाहिर है इससे उपभोग बढ़ेगा, जिससे बाजार में त्योहारी मांग को बढ़ावा मिलेगा।