रायपुर, 17 जून 2025 —
शिक्षकों के सेटअप में छेड़छाड़ और युक्तियुक्तकरण के नाम पर 46 हजार से अधिक पदों की कटौती को लेकर पूरे प्रदेश में आक्रोश फैल गया है। इस कटौती और विसंगतियों के खिलाफ शिक्षक साझा मंच छत्तीसगढ़ ने व्यापक आंदोलन की घोषणा की है। मंच द्वारा 14 जून को आयोजित ऑनलाइन समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आंदोलन को चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया जाएगा और आगामी 5 सितंबर शिक्षक दिवस पर प्रदेश स्तरीय विशाल प्रदर्शन किया जाएगा।
मंच ने तय किया है कि 16 जून से 30 जून तक प्रदेशभर के शिक्षक काली पट्टी लगाकर विरोध दर्ज कराएंगे। 16 जून से 20 जून के बीच सभी शिक्षक अपने-अपने क्षेत्र में पालकों से संवाद करेंगे और उन्हें युक्तियुक्तकरण की खामियों तथा शिक्षक पदों में हो रही कटौती की जानकारी देकर जनसमर्थन हासिल करेंगे। इस दौरान प्रभावित शिक्षक डीपीआई और शिक्षा सचिव को व्यक्तिगत रूप से या डाक के माध्यम से आवेदन सौंपेंगे, जिसकी एक प्रति साझा मंच के ब्लॉक, जिला या संभागीय संचालकों को दी जाएगी।
20 जून को शिक्षक भारत के मुख्य न्यायाधीश के नाम डाक से आवेदन भेजेंगे, जबकि 30 जून को माननीय प्रधानमंत्री के नाम मांग पत्र भेजा जाएगा। इसके अलावा शिक्षक साझा मंच डीपीआई और शिक्षा सचिव को विसंगतियों को लेकर ज्ञापन भी सौंपेगा।
इस आंदोलन की सबसे निर्णायक कड़ी 1 जुलाई को देखने को मिलेगी, जब राज्य के 146 ब्लॉक मुख्यालयों में शिक्षक शाला बहिष्कार कर एकदिवसीय धरना देंगे। मंच का कहना है कि यदि सरकार ने इसके बाद भी समाधान नहीं निकाला, तो आगामी 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय विशाल प्रदर्शन किया जाएगा।
प्रदेश संचालक मंडल के पदाधिकारियों ने सभी शिक्षकों से एकजुट होकर आंदोलन को सफल बनाने की अपील की है। उनका कहना है कि यह केवल पदों की नहीं, बल्कि शिक्षक सम्मान और शिक्षा की गुणवत्ता की लड़ाई है।

