कॉरपोरेट मुनाफा शिखर पर, रोजगार चौथाई भी नहीं — प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना भी साबित हुई जमुला
रायपुर, 10 अक्टूबर 2025।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भाजपा सरकार पर युवाओं से नौकरी और रोजगार का अधिकार छीनने का गंभीर आरोप लगाया है। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेन्द्र वर्मा ने कहा कि सरकारी विभागों और उपक्रमों में लाखों पद रिक्त हैं, लेकिन सरकार नई भर्तियां रोककर बेरोजगारी को बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के वादे झूठे साबित हुए हैं — 2023 के विधानसभा चुनाव में 1 लाख सरकारी नौकरियों का वादा और 100 दिन में नियमितीकरण की “मोदी गारंटी” सिर्फ दिखावा बनकर रह गई।
वर्मा ने आरोप लगाया कि भाजपा शासन में संविदाकर्मी, अनियमित और दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा रहा है, वहीं विद्या मितान, अतिथि शिक्षक, सफाईकर्मी और मध्याह्न भोजन रसोइयों को बड़ी संख्या में घर बैठा दिया गया है। पंचायत सचिव, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और एनएचएम कर्मचारी वादाखिलाफी की सजा झेल रहे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सिर्फ सरकारी क्षेत्र ही नहीं, प्राइवेट सेक्टर में भी लगातार छटनी हो रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की पूंजीवादी नीतियों के कारण कॉरपोरेट का मुनाफा तो रिकॉर्ड स्तर पर है, लेकिन रोजगार तेजी से घटा है। बड़ी कंपनियों में व्हाइट कॉलर नौकरियां आधी रह गई हैं, और शिक्षित युवाओं की बेरोजगारी दर चिंताजनक है।
वर्मा ने ग्रामीण बेरोजगारी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मनरेगा बजट में कटौती से छत्तीसगढ़ के 70 प्रतिशत गांवों में रोजगार के अवसर लगभग खत्म हो गए हैं। मजदूरों के पास न काम है, न आय, जबकि महंगाई चरम पर और घरेलू बचत न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई है।
उन्होंने प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना को भी “जमुला” बताते हुए कहा कि सरकार के एक करोड़ इंटर्नशिप देने के दावे खोखले साबित हुए हैं — आवेदन करने वालों में से 5 प्रतिशत युवाओं को भी इंटर्नशिप नहीं मिली। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी दर के वास्तविक आंकड़े छिपाए जा रहे हैं और सरकार सप्ताह में एक घंटे काम करने वाले को भी रोजगारशुदा मान रही है।
वर्मा ने कहा कि यह स्थिति बताती है कि भाजपा सरकार युवाओं, मजदूरों और आम नागरिकों के हितों की अनदेखी कर कॉरपोरेट घरानों के हितों की सेवा कर रही है।

