संस्कृत बोर्ड परीक्षा में बड़ा फर्जीवाड़ा: 90 फीसदी आंसर सीट में मिली दूसरों की हैंडराइटिंग, 24 में से 19 टॉपर्स निकले फर्जी

admin
Updated At: 08 Jun 2024 at 04:11 PM
आरक्षण विवाद सुलझाने छत्तीसगढ़ सरकार ने रामविचार नेताम की अध्यक्षता में बनाई गई समिति
संस्कृत बोर्ड के नतीजों को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ। 90 फीसदी उत्तरपुस्तिकाओं में दूसरों की हैंडराइटिंग मिली। 24 में से 19 टॉपर्स फर्जी पाए गए और प्राप्तांकों में भी गड़बड़ी पाई गई है। जांच टीम ने स्वीकार किया कि, यह गड़बड़ी मिलीभगत से हुई है। संस्कृत बोर्ड की परीक्षा को रद्द करने पर भी विचार किया जा रहा है। इसमें केवल 10 फीसदी छात्र सही पाए गए जिनकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई है।
नए शिक्षा सत्र की तैयारी शुरू: शिक्षा सचिव 10 जून को लेंगे शिक्षा विभाग के अफसरों की बैठक
90 फीसदी परीक्षार्थियों ने खुद उत्तर ही नहीं लिखे
जांच समिति ने देर रात तक एक-एक उत्तर पुस्तिका की जांच की, पता चला कि 90 फीसदी ज्यादा परीक्षार्थियों ने खुद उत्तर ही नहीं लिखे हैं। दसवीं और बारहवीं की मेरिट में लिस्ट में कुल 24 परीक्षार्थी थे, इनमें से 19 के अंक उत्तर पुस्तिकाओं से मिले अंक से मेल नहीं खाते। इतना ही नहीं उनकी हैंडराइटिंग भी अलग है। बता दें कि हरिभूमि ने पहले ही यह खुलासा कर दिया था कि संस्कृत विद्या मंडल द्वारा जारी मेरिट लिस्ट में जिन छात्रों के नाम हैं, उनकी उत्तरपुस्तिकाओं में भिन्न-भिन्न हैंडराइटिंग है। जांच टीम ने आधी रात तक एक-एक उत्तरपुस्तिकाओं की जांच की है। इसके बाद अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपी है।
शिक्षा सत्र के पूर्व छात्रावास और आश्रमों में उचित साफ़-सफाई एवं उचित प्रबंधन के निर्देश
मार्कशीट ऐसी जिनकी उत्तर पुस्तिकाओं से अंक मेल नहीं खा रहे हैं
रिपोर्ट में टीम ने स्वीकारा कि ऊपर से लेकर नीचे तक सभी की मिलीभगत, मंडल स्तर पर भी गड़बड़ियां बगैर उत्तर पुस्तिका देखे कंप्यूटर पर चढ़ाए अंक लापरवाही और फर्जीवाड़ा की चरम सीमा यह रही कि उत्तर पुस्तिकाओं में छात्रों को कितने अंक हासिल हुए हैं. यह देखने की भी जहमत नहीं उठाई गई। बाबुओं ने अपने मन से सबको पास करने की नियत से कंप्यूटर में अंक चढ़ा दिए। जिस छात्र की उत्तर पुस्तिका में यह स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि वह फेल है. उसके रोल नंबर के सामने भी 70 से 80 अंक कंप्यूटर में चढ़ा दिए गए हैं। ज्यादातर मार्कशीट ऐसी मिली है जिनकी उत्तर पुस्तिकाओं से अंक मेल नहीं खा रहे हैं। उत्तर पुस्तिका में नंबर कुछ और हैं और मार्कशीट में कुछ और है।
सूत्र बताते हैं टॉपर्स कांड में शिक्षा मंत्री का बड़ा एक्शन, सचिव हटाई गई परीक्षा प्रभारी सस्पेंड, मेरिट लिस्ट बनाने वाले दो बर्खास्त हरिभूमि फॉलोअप गौरतलब है कि संस्कृत विद्या मंडल के परिणाम 15 मई को घोषित किए गए थे। कक्षा नवमी से बारहवीं तक 3 हजार 504 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दिलाई। 2024 की मुख्य परीक्षा के लिए छत्तीसगढ़ में 41 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। परीक्षाओं में रिकॉर्ड 10वीं में 98.48% व 12वीं में 98.43% उत्तीर्ण रहे थे।
आरक्षण विवाद सुलझाने छत्तीसगढ़ सरकार ने रामविचार नेताम की अध्यक्षता में बनाई गई समिति
बगैर उत्तर पुस्तिका देखे कंप्यूटर पर चढ़ाए अंक
लापरवाही और फर्जीवाड़ा की चरम सीमा यह रही कि उत्तर पुस्तिकाओं में छात्रों को कितने अंक हासिल हुए हैं. यह देखने की भी जहमत नहीं उठाई गई। बाबुओं ने अपने मन से सबको पास करने की नियत से कंप्यूटर में अंक चढ़ा दिए। जिस छात्र की उत्तर पुस्तिका में यह स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि वह फेल है. उसके रोल नंबर के सामने भी 70 से 80 अंक कंप्यूटर में चढ़ा दिए गए हैं। ज्यादातर मार्कशीट ऐसी मिली हैं जिनकी उत्तर पुस्तिकाओं से अंक मेल नहीं खा रहे हैं। उत्तर पुस्तिका में नंबर कुछ और हैं और मार्कशीट में कुछ ओर। सूत्र बताते हैं कि पैसे लेकर यह सब खेल किया गया।
वैष्णो देवी -वृंदावन से छत्तीसगढ़ आ रही श्रद्धालुओं से भरी बस पलटी, 30 से ज्यादा घायल
परीक्षा रद्द किया जाना भी संभव
जांच रिपोर्ट में जिस तरह 90 फीसदी उत्तर पुस्तिका में गड़बड़ी पाई गई है उसके बाद पूरी परीक्षा पर ही सवाल उठ गया है। जांच रिपोर्ट शासन को सौंप दी गई है। उसके बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा। सूत्र बताते हैं कि उच्च स्तर पर परीक्षा रद्द किए जाने की संभावना पर विचार किया जा रहा है। इसमें केवल एक ही दिक्कत है कि जो दस फीसदी परीक्षार्थी सही है. उनके साथ अन्याय होगा।
संस्कृत बोर्ड में एक और बड़ा खुलासा, 90 फीसदी उत्तरपुस्तिकाओं में दूसरों की हैंडराइटिंग मिली
ऊपरी स्तर पर मिलीभगत, शाला स्तर पर भी संरक्षण
जांच में यह सामने आया है कि संस्कृत विद्या मंडल के ऊपरी अधिकारियों का संरक्षण फर्जीवाड़ा करने वालों को प्राप्त था। शाला स्तर पर भी प्राचार्यों का संरक्षण शिक्षा माफियाओं को मिला हुआ था। सबकी सांठगांठ से ही यह घोटाला हुआ है। ऊपरी अधिकारियों को निचले स्तर पर हो रही इन गड़बड़ियों की जानकारी थी, लेकिन कोई कड़ा एक्शन उनके द्वारा नहीं लिया गया। ग्रामीण स्तर पर कई बार लोगों द्वारा इसकी शिकायत भी की गई. लेकिन किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। यदि शुरुआती वक्त में ही शिकायतों पर कार्रवाई हो जाती, तो इतना बड़ा फर्जीवाड़ा संभव नहीं था।
महिलाओं के खाते में आ रही खुशियां, महतारी वंदन से महिला सशक्तिकरण की राह मजबूत
पूरी परीक्षा ही फर्जी, दस फीसदी ही ठीक
जांच में पाया गया है कि केवल 10 फीसदी परीक्षार्थियों ने ठीक से परीक्षा दी है। उन्होंने खुद अपने उत्तर लिखे हैं। बाकी करीब 2 हजार से ज्यादा की उत्तर पुस्तिकाओं में अलग-अलग हैंडराइटिंग मिली है। इतना ही नहीं, एक ही स्कूल में एक विषय की उत्तर पुस्तिकाओं का अवलोकन किया गया, तब पता चला कि सभी में एक ही व्यक्ति ने उत्तर लिखे हैं। माना जा रहा है कि पैसे देकर किसी एक व्यक्ति ने सभी की उत्तर पुस्तिकाओं में जवाब लिखे हैं।
Follow us on
Advertisement

जरूर पढ़ें

फगुआ 2025: : उरांव समुदाय का पवित्र अनुष्ठान, सोनो-रूपो के आतंक से मुक्ति का उत्सव सरहुल और होली से पहले गूंजेगा फगुआ का उल्लास

होली 2025: : खुशियों के रंग और पर्यावरण की सुरक्षा का संकल्प

Join Indian Army through NCC Special Entry! : भारतीय सेना में NCC स्पेशल एंट्री से अधिकारी बनने का सुनहरा मौका,आवेदन प्रक्रिया शुरू

आज से होलाष्टक शुरू: : फाल्गुन मास में इसका विशेष महत्व,होलाष्टक के दौरान क्या करें और क्या न करें?

Airtel का सस्ता धमाका : 199 रुपये वाला प्लान, 28 दिन की वैधता और अनलिमिटेड कॉलिंग के साथ मिलेंगे ये फायदे! जानिए पूरी डिटेल

Jio का नया धमाका : OTT और क्रिकेट प्रेमियों के लिए Jio का खास प्लान, ₹195 में 15GB डेटा और फ्री JioHotstar सब्सक्रिप्शन

"planetary parade. 2025": : आसमान में दिखेगा अद्भुत नज़ारा: सात ग्रह होंगे एक सीध में

सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी : यूनिफाइड पेंशन स्कीम से मिलेगी गारंटीड पेंशन, 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी पेंशन स्कीम

फास्टैग रिचार्ज में बदलाव: : अब जुर्माना भरने से बचने के लिए समयसीमा का पालन करना होगा

TRAI: : स्पैम कॉल और संदेशों पर लगेगा 10 लाख तक जुर्माना, TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों पर कसा शिकंजा
Advertisement