फूड प्वाइजनिंग से एक ही परिवार के पांच सदस्यों की बिगड़ी तबियत, बच्ची की मौत की मौत; स्वास्थ्य टीम कर रही जांच

admin
Updated At: 25 Jul 2024 at 09:25 PM
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय आस्ता के सहायक ग्रेड-02, भृत्य और पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिकरी के भृत्य को किया गया सेवा से पदच्युत
सरगुजा जिले के उदयपुर ब्लॉक अंतर्गत दूरस्थ ग्राम खुज्जी में फूड प्वाइजनिंग से एक ही परिवार के पांच सदस्य बीमार हो गए। इनमें 15 वर्षीय बालिका की मौत होने की खबर है। वहीं फूड प्वाइजनिंग से मौत की सूचना मिलने पर स्वास्थ्य अमले ने गांव में स्वास्थ्य कैंप लगाया एवं घर-घर पहुंचकर पीड़ितों की जानकारी ले रहे है।
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय आस्ता के सहायक ग्रेड-02, भृत्य और पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिकरी के भृत्य को किया गया सेवा से पदच्युत
मृतका के परिवार के अन्य सदस्य खतरे के बाहर हैं। जानकारी के अनुसार, उदयपुर से करीब 30 किमी दूर स्थित ग्राम खुज्जी निवासी नारायण मझवार के परिवारजनों ने शनिवार को भाजी की सब्जी बनाई थी। इसे खाने के बाद परिवार के सभी सदस्य उल्टी-दस्त का शिकार हो गए। मंगलवार को गंभीर रूप से पीड़ित नारायण मझवार की पुत्री फुलमतिया 15 वर्ष की मौत होने की खबर मिल रही है।
हर जिले में विधायकों की राजस्व विभाग के साथ होगी बैठक,वित्तमंत्री ने विधानसभा में की घोषणा
वहीं अन्य सदस्यों की हालत भी बिगड़ गई। पंचायत के सचिव व मितानिन की सूचना पर उदयपुर से स्वास्थ्य अमला गांव में पहुंचा एवं पीड़ित नारायण मझवार, उसकी पत्नी बंधई, दो पुत्र आकाश व बैसाखू का उपचार शुरू किया। बुधवार को अंबिकापुर से मेडिकल ऑफिसर वाईके किंडो की टीम भी खुज्जी पहुंची।
गांव में ही कैंप कर उपचार के बाद चारों पीड़ितों की हालत अब खतरे से बाहर है। स्वास्थ्य अमले ने गांव के अन्य घरों में भी जांच की, लेकिन डायरिया के मरीज नहीं मिले। मौसमी बीमारियों के जो पीड़ित मिले, उन्हें दवाएं दे दी गई हैं। उदयपुर बीएमओ डा. डीएम कामरे ने बताया कि पीड़ित नारायण मझवार के परिवार का उपचार अब भी चल रहा है। उन्हें पूरी तरह से स्वस्थ होने में और दो से तीन दिनों का समय लग सकता है।
स्वास्थ्य विभाग की पूछताछ में नारायण मझवार ने बताया कि परिवार के सदस्यों ने भाजी खाई थी। जंगली भाजी की सब्जी के साथ चावल खाया था, जिसके बाद सभी की तबियत बिगड़ी। सभी के उल्टी-दस्त पीड़ित होने के बावजूद तत्काल उनका उपचार नहीं कराया गया। मृतका की एक बहन सुकवारो कस्तूरबा आश्रम उदयपुर में रहती है, जो सुरक्षित है।
मृतका के भाई बैसाखू ने कहा कि उन्होंने बाड़ी की बोदेला भाजी खाई थी, जो गांव के अन्य लोग भी खाते हैं। इसके पूर्व भी वे भाजी खा चुके हैं, लेकिन बीमार नहीं पड़े थे। दो दिनों तक सभी को पेटदर्द के बाद उल्टी-दस्त शुरू हुआ था। स्वास्थ्य अमले ने दो दिनों तक खुज्जी में बारिश के सीजन में जंगली पुटु, खुखड़ी एवं भाजी का सेवन न करने की सलाह दी है। कुछ पुटू व खुखड़ी भी विषाक्त होते हैं, जिनसे फूड प्वाइजनिंग का खतरा रहता है। ग्रामीणों को पानी उबाल कर पीने की भी समझाश दी जा रही है।
Follow us on
Advertisement

जरूर पढ़ें

फगुआ 2025: : उरांव समुदाय का पवित्र अनुष्ठान, सोनो-रूपो के आतंक से मुक्ति का उत्सव सरहुल और होली से पहले गूंजेगा फगुआ का उल्लास

होली 2025: : खुशियों के रंग और पर्यावरण की सुरक्षा का संकल्प

Join Indian Army through NCC Special Entry! : भारतीय सेना में NCC स्पेशल एंट्री से अधिकारी बनने का सुनहरा मौका,आवेदन प्रक्रिया शुरू

आज से होलाष्टक शुरू: : फाल्गुन मास में इसका विशेष महत्व,होलाष्टक के दौरान क्या करें और क्या न करें?

Airtel का सस्ता धमाका : 199 रुपये वाला प्लान, 28 दिन की वैधता और अनलिमिटेड कॉलिंग के साथ मिलेंगे ये फायदे! जानिए पूरी डिटेल

Jio का नया धमाका : OTT और क्रिकेट प्रेमियों के लिए Jio का खास प्लान, ₹195 में 15GB डेटा और फ्री JioHotstar सब्सक्रिप्शन

"planetary parade. 2025": : आसमान में दिखेगा अद्भुत नज़ारा: सात ग्रह होंगे एक सीध में

सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी : यूनिफाइड पेंशन स्कीम से मिलेगी गारंटीड पेंशन, 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी पेंशन स्कीम

फास्टैग रिचार्ज में बदलाव: : अब जुर्माना भरने से बचने के लिए समयसीमा का पालन करना होगा

TRAI: : स्पैम कॉल और संदेशों पर लगेगा 10 लाख तक जुर्माना, TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों पर कसा शिकंजा
Advertisement