जानें आखिर क्यों बच्चो और बुजुर्गों के लिए HMPV वायरस है अधिक खतरनाक, लक्षण पहचान कर बरते सावधानी

admin
Updated At: 08 Jan 2025 at 05:32 PM
चीन में खौफ मचाने वाले एचएमपीवी वायरस का संक्रमण अब भारत में भी तेजी से फैलने लगा है। हाल ही में बैंगलोर में 8 और 3 महीने के बच्चों में इस वायरस की पुष्टि हुई थी। अब अहमदाबाद में 2 महीने के एक बच्चे की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है, जिसका इलाज एक निजी अस्पताल में किया जा रहा है।
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स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, यह वायरस सबसे अधिक जोखिम छोटे बच्चों और 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए पैदा करता है। खासकर नवजात शिशुओं में इस संक्रमण का मुख्य कारण उनकी कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम) है। जन्म के समय शिशुओं का इम्यून सिस्टम विकसित नहीं होता, जिससे वे संक्रमण से लड़ने के लिए पर्याप्त एंटीबॉडी नहीं बना पाते। साथ ही, उनके नाजुक श्वसन मार्ग वायरस के प्रभाव के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
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बुजुर्गों में इस वायरस का खतरा उम्र के साथ इम्यून सिस्टम कमजोर होने के कारण बढ़ जाता है। एचएमपीवी वायरस मुख्य रूप से हवा के जरिए फैलता है और यह फेफड़ों को गंभीर रूप से प्रभावित करता है। यह संक्रमण ऊपरी और निचली सांस की नलियों में शुरू होकर कभी-कभी कान तक भी पहुंच सकता है।
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इस वायरस के शुरुआती लक्षणों में हल्का बुखार, खांसी और नाक बहना शामिल हैं। लेकिन नवजात शिशुओं में इसके गंभीर लक्षण देखे जा सकते हैं, जैसे गहरी खांसी, सांस लेने में तेजी, सीने में जकड़न, और रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम (आरडीएस) या ब्रोंकाइटिस। इन लक्षणों के कारण उनकी स्थिति गंभीर हो सकती है और समय पर इलाज की आवश्यकता होती है।
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एचएमपीवी वायरस से लड़ने के लिए अब तक कोई एंटीबायोटिक या एंटीवायरल दवा उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा, इस वायरस के लिए अभी तक कोई वैक्सीन भी विकसित नहीं की गई है। ऐसे में इससे बचाव ही इसका सबसे प्रभावी उपाय है। खासकर, यदि घर में छोटा बच्चा है, तो अतिरिक्त सावधानी बरतना आवश्यक है।
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एचएमपीवी वायरस भी कोरोना वायरस की तरह संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने या वायरस से संक्रमित किसी वस्तु को छूने से भी इसका संक्रमण हो सकता है। इसलिए, कोरोना वायरस से बचाव के लिए अपनाए गए उपाय, जैसे साफ-सफाई बनाए रखना और बार-बार हाथ धोना, एचएमपीवी से बचाव में भी कारगर साबित हो सकते हैं।
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