इस्लाम धर्म के लोगों के लिए मुहर्रम का दिन होता है बेहद खास , जानिए कब है मुहर्रम

admin
Updated At: 06 Jul 2024 at 12:09 PM
7 जुलाई से रथयात्रा, जानिए भगवान जगन्नाथ, बलराम और बहन सुभद्रा के रथ की विशेषताएं
Muharram 2024: इस्लाम धर्म के लोगों के लिए मुहर्रम का दिन बेहद खास होता है। इसे नए साल के रूप में मनाया जाता है। इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार मुहर्रम इस्लाम धर्म का पहला महीना होता है। इसे बकरीद के 20 दिनों के बाद मनाया जाता है। भारत में मुहर्रम मनाने की तारीख चांद निकलने पर तय की जाती है। ऐसे में हर साल इसकी तारीख बदलती है।
जब मुख्यमंत्री बने शिक्षक और बच्चों को बताया आदर्श विद्यार्थी में होने चाहिए कौन से पांच गुण
बता दें इस्लामी कैलेंडर में 12 महीने होते हैं, जिसमें से 4 सबसे पवित्र माने जाते हैं, इनमें जुल- का'दा, जुल-हिज्जा और मुहर्रम और चौथा रजब का नाम शामिल है। इन माह को अल्लाह की दया और कृपा पाने के लिए सबसे उचित माना जाता है। इस्लामी मान्यताओं के अनुसार मुहर्रम में सदका करना बेहद शुभ होता है। इससे अल्लाह का आशीर्वाद पूरे साल बना रहता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस साल मुहर्रम कब है और इसे कैसे मनाया जाता है।
कब है मुहर्रम 2024?
इस्लामिक कैलेंडर अनुसार इस साल 7 जुलाई 2024 से मुहर्रम शुरू हो रहा है। वहीं आशूरा मनाने की तारीख 17 जुलाई है।
भाजपा ने नितिन नबीन को बनाया छत्तीसगढ़ का प्रदेश प्रभारी, लता उसेंडी को ओडिशा का सह प्रभारी बनाया गया
मुहर्रम का महत्व
एक तरफ जहां मुहर्रम को नए साल के रूप में मनाया जाता है, वहीं इसे मातम का दिन भी माना जाता है। बता दें मुहर्रम की 10वीं तारीख को यौम-ए-आशूरा के नाम से जाना जाता है। इस्लामी मान्यताओं के अनुसार इस दिन हजरत इमाम हुसैन की शहादत हुई थी। हजरत इमाम हुसैन को इस्लाम धर्म का संस्थापक माना जाता है। वह हजरत मुहम्मद साहब के छोटे नवासे थे। ऐसे में हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में मोहर्रम के 10वें दिन को लोग मातम के रूप में मनाते हैं, जिसे आशूरा कहा जाता है। वहीं कुछ लोग इस दिन इमाम हुसैन की शहादत की याद में जुलूस भी निकालते हैं।
*राज्य स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव* *जब मुख्यमंत्री से मिली साइकिल तो छात्राओं ने सामूहिक रूप से घंटी बजाकर जताया उत्साह* *नवमी में प्रवेशित 30 छात्राओं को मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने वितरित की साइकिल*
कब रखा जाता है रोजा
मुहर्रम को लेकर शिया और सुन्नी दोनों समुदाय की अलग-अलग मान्यताएं है। ये दोनों इस दिन को अलग-अलग तरीके से मनाते हैं। कहते हैं कि इस दिन रोजा रखने से अल्लाह खुश होते हैं और उनका आशीर्वाद बना रहता है। इस दौरान सुन्नी समुदाय के लोग 9 और 10 वीं तारीख को रोजा रखते हैं, तो वहीं शिया समुदाय के लोग 1 से 9 तारीख के बीच में रोजा रखते हैं।
क्यों मनाया जाता है मुहर्रम?
इस्लाम धर्म के लोगों का प्रमुख त्योहार मुहर्रम को मनाने के पीछे ऐसा माना जाता है कि हजरत इमाम हुसैन अपने 72 साथियों के साथ मोहर्रम माह के 10वें दिन कर्बला के मैदान में शहीद हो गए थे। इसलिए उनकी शहादत और कुर्बानी के तौर पर, इस दिन को याद किया जाता है और जुलूस भी निकाले जाते हैं।
ओलंपिक के लिए खिलाड़ियों की रवानगी से पहले पीएम मोदी ने की खास मुलाकात
कैसे मनाया जाता है मुहर्रम?
मुहर्रम के दिन शिया समुदाय के लोग इस दिन जुलूस निकालते हैं। दूसरी ओर सुन्नी समुदाय के कुछ लोग आशूर के दिन रोजा रखते हैं। ये दोनों समुदाय अपनी अपनी मान्यताओं के अनुसार इस दिन को मनाते हैं।
Follow us on
Advertisement

जरूर पढ़ें

होली 2025: : खुशियों के रंग और पर्यावरण की सुरक्षा का संकल्प

Join Indian Army through NCC Special Entry! : भारतीय सेना में NCC स्पेशल एंट्री से अधिकारी बनने का सुनहरा मौका,आवेदन प्रक्रिया शुरू

आज से होलाष्टक शुरू: : फाल्गुन मास में इसका विशेष महत्व,होलाष्टक के दौरान क्या करें और क्या न करें?

Airtel का सस्ता धमाका : 199 रुपये वाला प्लान, 28 दिन की वैधता और अनलिमिटेड कॉलिंग के साथ मिलेंगे ये फायदे! जानिए पूरी डिटेल

Jio का नया धमाका : OTT और क्रिकेट प्रेमियों के लिए Jio का खास प्लान, ₹195 में 15GB डेटा और फ्री JioHotstar सब्सक्रिप्शन

"planetary parade. 2025": : आसमान में दिखेगा अद्भुत नज़ारा: सात ग्रह होंगे एक सीध में

सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी : यूनिफाइड पेंशन स्कीम से मिलेगी गारंटीड पेंशन, 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी पेंशन स्कीम

फास्टैग रिचार्ज में बदलाव: : अब जुर्माना भरने से बचने के लिए समयसीमा का पालन करना होगा

TRAI: : स्पैम कॉल और संदेशों पर लगेगा 10 लाख तक जुर्माना, TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों पर कसा शिकंजा

Youtube: : यूट्यूब के दो नए धमाकेदार फीचर लॉन्च, क्रिएटर्स और यूजर्स दोनों को मिलेगा फायदा
Advertisement