छत्तीसगढ़ के पांच शक्तिपीठ चार धाम की तर्ज पर होंगे विकसित , सरकार ने लिया फैसला

admin
Updated At: 14 Dec 2024 at 01:07 PM
देर रात बुलाई गई बीजेपी विधायक दल की बैठक, इन मुद्दों पर हुई चर्चा
रायपुर। राज्य सरकार ने प्रदेश के पांच शक्तिपीठों को चार धाम की तर्ज पर विकसित करने का निर्णय लिया है। इनमें सूरजपुर जिला स्थित कुदरगढ़, सक्ती जिला स्थित चंद्रहासिनी चंद्रपुर, बिलासपुर जिला का महामाया रतनपुर, दंतेवाड़ा जिला स्थित दंतेश्वरी मंदिर और राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ स्थित मां बमलेश्वरी मंदिर शामिल हैं।
प्रदेश में पर्यटन की रफ्तार बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया है। उद्योग का दर्जा मिलने के बाद अब पर्यटन के क्षेत्र में स्थायी पूंजी निवेश करने पर उद्यमियों को सामान्य उद्योगों की तरह छूट और रियायतें मिलेंगी। प्रदेश में पिछले एक वर्ष में 20 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं को अयोध्या धाम की निश्शुल्क यात्रा कराई जा चुकी है।
साथ ही श्रीराम लला अयोध्या धाम दर्शन योजना में श्रद्धालुओं को अयोध्या धाम और काशी विश्वनाथ धाम के लिए निश्शुल्क यात्रा की सुविधा दी जा रही है। वहीं, प्रसादी योजना के तहत मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ का विकास किया जा रहा है।
देर रात बुलाई गई बीजेपी विधायक दल की बैठक, इन मुद्दों पर हुई चर्चा
सेंध लेक के पास विकसित होगा वेलनेस टूरिज्म
नवा रायपुर स्थित सेंध लेक के पास वेलनेस टूरिज्म विकसित करने की तैयारी है। दुनियाभर के पर्यटक यहां सूर्यास्त का दृश्य देखने के लिए आते हैं। इसके साथ ही माना तूता में 95.79 करोड़ की लागत से चित्रोत्पला फिल्म सिटी का निर्माण होगा।
CG: छत्तीसगढ़ के सभी संभागों में खुलेगा सिम्स, दस लाख तक का इलाज होगा फ्री
मयाली का हुआ चयन
स्वदेश दर्शन योजना 2.0 चैलेंज बेस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर जशपुर जिले के मयाली का चयन किया गया है। पर्यटन विभाग ने प्रदेश के लगभग 140 पर्यटन स्थलों का चयन किया है।
विश्व धरोहर की सूची में शामिल होंगे ये स्थल
डोंगरगढ़ का बम्लेश्वरी मंदिर, राजिम का त्रिवेणी संगम और सिरपुर के बौद्ध स्थल ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व भी रखते हैं। सिरपुर, मल्हार और बारसुर के प्राचीन मंदिर प्रदेश की समृद्धि का प्रतीक हैं। इन स्थलों को राज्य सरकार विश्व धरोहर की सूची में शामिल करने के लिए प्रयासरत है।
ईको-रेस्टोरेशन पॉलिसी, केरल के बाद देश का दूसरा राज्य होगा छत्तीसगढ़
महाकाल की तर्ज पर विकसित होगा भोरमदेव मंदिर
उज्जैन के महाकाल की तर्ज पर कवर्धा जिला स्थित भोरमदेव मंदिर में ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं विकसित की जाएंगी। यहां आवागमन की सुविधाओं के साथ ही ठहरने की भी सुविधा होगी। यहां केमिकल ट्रीटमेंट रूफिंग का काम किया जा रहा है। भक्तों के लिए शेड निर्माण, मंदिर के पीछे वीआइपी गेस्ट रूम, मंदिर परिसर में सोलर लाइट्स व सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
Follow us on
Advertisement

जरूर पढ़ें

आज से होलाष्टक शुरू: : फाल्गुन मास में इसका विशेष महत्व,होलाष्टक के दौरान क्या करें और क्या न करें?

Airtel का सस्ता धमाका : 199 रुपये वाला प्लान, 28 दिन की वैधता और अनलिमिटेड कॉलिंग के साथ मिलेंगे ये फायदे! जानिए पूरी डिटेल

Jio का नया धमाका : OTT और क्रिकेट प्रेमियों के लिए Jio का खास प्लान, ₹195 में 15GB डेटा और फ्री JioHotstar सब्सक्रिप्शन

"planetary parade. 2025": : आसमान में दिखेगा अद्भुत नज़ारा: सात ग्रह होंगे एक सीध में

सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी : यूनिफाइड पेंशन स्कीम से मिलेगी गारंटीड पेंशन, 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी पेंशन स्कीम

फास्टैग रिचार्ज में बदलाव: : अब जुर्माना भरने से बचने के लिए समयसीमा का पालन करना होगा

TRAI: : स्पैम कॉल और संदेशों पर लगेगा 10 लाख तक जुर्माना, TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों पर कसा शिकंजा

Youtube: : यूट्यूब के दो नए धमाकेदार फीचर लॉन्च, क्रिएटर्स और यूजर्स दोनों को मिलेगा फायदा

Weather: : इस साल फरवरी से ही कहर बरपाएगी गर्मी, सूखे का दिखेगा प्रकोप; बदलते मौसम को लेकर IMD ने जारी किया अलर्ट

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी : सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा के आवेदन सुधार का अंतिम अवसर, जानें अंतिम तारीख
Advertisement