मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के जन्मदिन विशेष : सरपंच से मुख्यमंत्री बनने की प्रेरक गाथा, छत्तीसगढ़ की राजनीति के धूमकेतु, जिनकी रोशनी से प्रदेश जगमगाया

Sameer Irfan
Updated At: 21 Feb 2025 at 11:05 AM
समीर इरफ़ान, उदालक नायडू, फैज़ान अशरफ एवं टीम
छत्तीसगढ़ की राजनीति में यदि कोई नाम संघर्ष, सेवा और स्वच्छ छवि का पर्याय बन चुका है, तो वह नाम है विष्णुदेव साय। यह सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि जनसेवा, मेहनत और दृढ़ संकल्प की कहानी है। एक ऐसा नेता, जिसने गाँव के सरपंच से लेकर लोकसभा सांसद, केंद्रीय मंत्री और अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बनने तक का ऐतिहासिक सफर तय किया।
उनकी यह यात्रा यह सिद्ध करती है कि सच्चा नेतृत्व केवल सत्ता प्राप्ति तक सीमित नहीं होता, बल्कि जनसेवा की भावना ही उसे शिखर तक पहुँचाती है। आज जब वे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में राज्य का नेतृत्व कर रहे हैं, पूरा प्रदेश उनकी कर्मठता और दूरदर्शिता की प्रशंसा कर रहा है।
बचपन और प्रारंभिक जीवन: संघर्षों से मिली मजबूती
21 फरवरी 1964 को जशपुर जिले के बगिया गाँव में जन्मे विष्णुदेव साय का जीवन संघर्षों से भरा रहा। एक साधारण किसान परिवार में जन्मे साय को बचपन से ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। लेकिन उन्होंने इसे अपनी कमजोरी नहीं, बल्कि अपनी सबसे बड़ी ताकत बना लिया।
पढ़ाई के प्रति उनका झुकाव शुरू से ही था, लेकिन संसाधनों की कमी के कारण उन्हें कई बार बाधाओं का सामना करना पड़ा। फिर भी, उन्होंने हार नहीं मानी और लोयोला उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, कुनकुरी से अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की। शिक्षा के प्रति उनकी लगन और जनसेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ही आगे चलकर उनकी राजनीति का आधार बनी।
राजनीतिक सफर: सरपंच से लेकर मुख्यमंत्री तक
ग्राम पंचायत से जनप्रतिनिधित्व की शुरुआत
विष्णुदेव साय की राजनीति की शुरुआत गाँव के सरपंच के रूप में हुई। इस दौरान उन्होंने गाँव के विकास और जनता की समस्याओं को हल करने पर विशेष ध्यान दिया। उनका ईमानदार और निष्पक्ष प्रशासन गाँव में लोकप्रिय हो गया और वे जनता के चहेते नेता बन गए।
लोकसभा सांसद के रूप में अभूतपूर्व योगदान
1999 में, भाजपा ने उन्हें रायगढ़ लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया। जनता का अपार समर्थन मिला और वे भारी मतों से जीतकर सांसद बने। इसके बाद उन्होंने 2004, 2009 और 2014 में लगातार लोकसभा चुनाव जीते। सांसद रहते हुए उन्होंने शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य, आदिवासी कल्याण और बुनियादी ढांचे पर विशेष ध्यान दिया। उनके प्रयासों से रायगढ़ संसदीय क्षेत्र में कई विकास कार्य हुए
सड़क और पुलों का निर्माण
आदिवासी छात्रों के लिए छात्रावास और विद्यालयों की स्थापना,किसानों के लिए विशेष योजनाओं का संचालन,स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार और अस्पतालों का विस्तार कराया है, केंद्रीय मंत्री के रूप में प्रभावशाली कार्यकाल रहा है.उनकी कार्यक्षमता और जनता से जुड़ाव को देखते हुए मोदी सरकार ने उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया। वे खान एवं इस्पात मंत्रालय, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय में मंत्री रहे।
उनके केंद्रीय मंत्री रहते हुए महत्वपूर्ण कार्य जैसे खनन क्षेत्र में सुधार और पारदर्शिता, श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा और श्रम सुधार, आदिवासी समाज के उत्थान के लिए विशेष योजनाएँ, छत्तीसगढ़ के विकास के लिए केंद्रीय फंड की स्वीकृति कराया है.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में नया युग
2023 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज की और 13 दिसंबर 2023 को विष्णुदेव साय ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनका मुख्यमंत्री बनना छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक नए युग की शुरुआत थी। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने आदिवासी विकास, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा और कृषि सुधार पर विशेष जोर दिया।
मुख्यमंत्री रहते हुए किए गए प्रमुख कार्य
आदिवासी कल्याण योजनाओं में वृद्धि,गौ अभ्यार्णय का विकास और पशुपालन को बढ़ावा, शिक्षा में सुधार के लिए नई योजनाएँ, किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि, स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए नई नीतियाँ बनाइ गई है। उनकी नीतियों का प्रभाव यह रहा कि जनता उन्हें "जननेता" और "आदिवासी समाज का सबसे बड़ा चेहरा" कहने लगी।
राजनीतिक गुरु और मित्रों का समर्थन
विष्णुदेव साय की सफलता का श्रेय उनके राजनीतिक गुरुओं और सहयोगियों को भी जाता है।जशपुर राजपारिवार के स्व. दिलीप सिंह जूदेव ने उन्हें राजनीति में लाये और मार्गदर्शन दिया। जिसके दम पर उन्होंने छत्तीसगढ़ की राजनीति में अपनी पहचान बनाई। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व, नरेंद्र मोदी और अमित शाह का विशेष समर्थन उन्हें मिला।भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के युवाओं और कार्यकर्ताओं ने भी उनके नेतृत्व को सराहा।
छत्तीसगढ़ की जनता कह रही है कि ❝ विष्णुदेव साय केवल एक नेता नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ के भाग्य निर्माता हैं। उनके नेतृत्व में प्रदेश का स्वर्णिम भविष्य सुनिश्चित है। ❞
आदिवासी वर्ग के युवाओं का कहना है कि ❝ वे आदिवासी समाज के असली प्रतिनिधि हैं, जिन्होंने हमारी आवाज़ को राष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाया। ❞
कर्मचारी वर्ग का मानना है कि ❝ छत्तीसगढ़ को ऐसा मुख्यमंत्री मिला है, जो हर वर्ग की भलाई के लिए कार्य कर रहा है। ❞
राजनीतिक मित्रों की राय:
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कहते है कि ❝ उनका नेतृत्व छत्तीसगढ़ को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा। वे एक सच्चे जननेता हैं। ❞
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह नें कहा कि ❝ साय जी की कार्यशैली और ईमानदारी उन्हें सबसे अलग बनाती है। वे बिना किसी भेदभाव के सभी वर्गों के लिए कार्य करते हैं। ❞
धूमकेतु की तरह चमकता सितारा
विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ के धूमकेतु हैं, जो अपनी रोशनी से प्रदेश को उज्ज्वल कर रहे हैं। उनका संघर्ष, उनकी दूरदर्शिता और उनकी सेवा भावना उन्हें छत्तीसगढ़ का सबसे लोकप्रिय नेता बनाती है।उनकी सफलता की यह यात्रा हर युवा के लिए प्रेरणा है कि यदि संकल्प मजबूत हो, तो कोई भी शिखर दूर नहीं।
माटी की खुशबू, सेवा का रंग,
निष्ठा के दीप, सादगी के संग।
संघर्ष की राहों के दृढ़ पथिक,
हर दिल में बसी है जिनकी झलक।
जनता की आशा, कर्म के राही,
सच की रोशनी, उम्मीद की बाँही।
ऐसे युगपुरुष को कोटि-कोटि प्रणाम,
"विष्णुदेव साय जी के जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएँ"
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