Operation Sindoor के दौरान भारतीय सेना ने मेड-इन-इंडिया मोबाइल इकोसिस्टम SAMBHAV का इस्तेमाल किया था. खुद आर्मी चीज जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने इसका खुलासा किया है. उन्होंने यह भी बताया कि अब इसके अपग्रेड पर काम किया जा रहा है. बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान में टारगेटेट हमले किए थे. इससे पाकिस्तान की कमर टूट गई और उसने सीजफायर करने का प्रस्ताव दिया. 7 मई को शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर के चौथे दिन यानी 10 मई को ही पाकिस्तान अपनी हार मानते हुए भारत से सीजफायर की बातचीत करने के लिए तैयार हो गया था.
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SAMBHAV को लेकर क्या बोले जनरल द्विवेदी?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक कार्यक्रम में बोलते हुए जनरल द्विवेदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कमांड और कम्युनिकेशन के लिए संभव फोन यूज किया गया था. हम WhatsApp और बाकी चीजें यूज नहीं कर रहे थे. अब हम इसे अपग्रेड कर रहे हैं.
क्या है संभव मोबाइल इकोसिस्टम?
SAMBHAV इकोसिस्टम का पूरा नाम सिक्योर आर्मी मोबाइल भारत वर्जन है. यह एक एंड-टू-एंड सिक्योर मोबाइल इकोसिस्टम है, जो 5G टेक्नोलॉजी पर काम करता है. इसमें एनक्रिप्शन की कई लेयर लगी हुई हैं और इंस्टेंट कनेक्टिविटी देता है. इसमें WhatsApp की तरह काम करने वाली M-Sigma ऐप दी गई है. यह पूरी तरह भारत में बनी हुई है और व्हाट्सऐप का एक सिक्योर विकल्प है. इसे जरूरी डॉक्यूमेंट्स, इमेज और वीडियोज आदि भेजने के लिए यूज किया जा सकता है और इससे डेटा लीक होने का कोई खतरा नहीं है.
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SAMBHAV के बारे में बात करते हुए सरकारी अधिकारियों ने बताया कि मोबाइल नेटवर्क पर बातचीत को कोई तीसरा व्यक्ति भी सुन सकता है. इसलिए इस पर जानकारी लीक होने का खतरा रहता है. इसलिए एक एंड-टू-एंड एनक्रिप्टेड और सिक्योर मोबाइल इकोसिस्टम तैयार किया गया है, जो सिक्योर कम्युनिकेशन की सुविधा देता है. इसे देशभर में स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और इंडस्ट्री के साथ मिलकर डेवलप किया गया है.