भाद्रपद पूर्णिमा के अवसर पर 7 सितंबर, रविवार को चंद्र ग्रहण लगेगा। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार यह ग्रहण रात्रि 9:56 बजे से आरंभ होकर 1:28 बजे तक रहेगा। ग्रहण से पहले दोपहर 12:19 बजे से सूतक काल शुरू हो जाएगा, जो ग्रहण की समाप्ति तक प्रभावी रहेगा।
सूतक और ग्रहण के दौरान मंदिरों में विशेष सावधानियाँ बरती जाएंगी। इस दौरान जलार्पण, पूजा-अर्चना, और मंदिर में दर्शन पूरी तरह से बंद रहेंगे। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे ग्रहण काल के दौरान निर्धारित नियमों का पालन करें और बाबा दरबार की व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग दें।
ग्रहण समाप्ति के पश्चात मंदिर में शुद्धिकरण प्रक्रिया के बाद ही नियमित पूजा-पाठ पुनः प्रारंभ किया जाएगा। प्रशासन ने आमजन से आग्रह किया है कि वे इस अवसर पर धार्मिक अनुशासन बनाए रखें और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचें।