रायपुर/17 जून 2025। छत्तीसगढ़ में जल जीवन मिशन की दुर्दशा पर सवाल उठाते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि मोदी का एक और वादा छत्तीसगढ़ की जनता के लिए जुमला साबित हुआ है। सभी घरों में पीने के साफ पानी पहुंचाने की योजना को 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार के कार्यकाल में जल जीवन मिशन का लगभग 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका था, लेकिन भाजपा की सरकार बनने के बाद से दुर्भावना पूर्वक काम प्रभावित किए गए। अपने चहेतों को काम देने के लिए पूर्व में अप्रूव अनेकों निविदाएं निरस्त कर दिए, कई जिलों में काम पूरी तरह से बंद है और अब योजना का लक्ष्य बढ़ाकर 2028 तक कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ को जल जीवन मिशन योजना के तहत कुल 36000 करोड़ स्वीकृत किए थे, जिसमें केंद्रांश और राज्यांश आधा-आधा वहन करना था, लेकिन अब तक मिशन के लिए मात्र 13000 करोड रुपए ही मिले हैं। ठेकेदारों को महीनों से भुगतान नहीं हुआ है, सरकार के दुर्भावना से योजना दम तोड़ रही है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि पिछले 17 महीना की सरकार के दौरान अनेकों ऐसे मामले उजागर हुए हैं जिनमें बिना जल स्रोत की उपलब्धता के केवल पानी की टंकी बनाकर पाइपलाइन बिछा दी गई है। करोड़ों का खर्च होने के बाद भी इसका लाभ जनता को नहीं मिल पा रहा है। भाजपा सरकार के फोकस में केवल कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार के कार्यकाल में नल जल योजना योजना के तहत जो सुविधाऐं प्रारंभ हुई थी, भाजपा की सरकार उसे मेंटेन तक नहीं कर पा रही है। छोटे-छोटे मेंटेनेंस का काम तक यह सरकार नहीं कर पा रही है। वॉल्व में लीकेज और वाटर लेबल नीचे चले जाने पर बोरवेल में अतिरिक्त पाइप डालने तक का काम इस सरकार से नहीं हो पा रहा है। मोटर की खराबी और बिजली की अनुपलब्धता के चलते कई गांव में पेयजल की सप्लाई बाधित है। भाजपा सरकार की बदनीयती के चलते प्रदेश की जनता का स्वच्छ पेयजल पाने की आस अब टूटने लगी है। डबल इंजन की सरकार में छत्तीसगढ़ की जनता पर दोहरा अत्याचार हो रहा है।