दिवालिया होने की कगार पर Go First, तीन दिन के लिए सभी फ्लाइट्स कैंसल, DGCA ने मांगा जवाब।

admin
Updated At: 03 May 2023 at 11:13 PM
विमानन क्षेत्र का बड़ा नाम और वाडिया समूह की गो फर्स्ट एयरलाइन ने खुद को दिवालिया घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बढ़ते घाटे की वजह से कंपनी ने ये फैसला लिया है। कंपनी ने सीईओ कौशिक खोना ने बताया कि, कंपनी ने अपने 28 फ्लाइट्स को ग्राउडेंड किया है।
गो फर्स्ट एयरलाइन ने आगामी 3 दिनों के लिए अपनी बुकिंग बंद कर दी है। कंपनी के सीईओ कौशिक खोना के मुताबिक, ‘फंड की भारी कमी की वजह से 3 और 4 मई को उड़ानों को अस्थायी रूप से सस्पेंड रखा जाएगा। पीएंडडब्ल्यू की ओर से इंजनों की आपूर्ति नहीं किए जाने के कारण ‘गो फर्स्ट’ को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है। जिसके कारण 28 विमानों को खड़ा करना पड़ा है।
खोना ने कहा कि इनसॉल्वेंसी प्रॉसीडिंग के लिए फाइल करना एक दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है लेकिन कंपनी के हितों को बचाने के लिए मजबूरन ऐसा करना पड़ा है। एयरलाइन ने इस बारे में सरकार को भी जानकारी दे दी है। साथ ही वह सिविल एविएशन रेगुलेटर डीजीसीए (DGCA) को भी इस बारे में इस व्यापक रिपोर्ट देगी। इस बीच डीजीसीए ने कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसमें कहा गया है कि उसके बिना जानकारी दिए फ्लाइट्स कैसे कैंसल कर दी। कंपनी से 24 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा गया है।
वहीं, दूसरी तरफ गो फर्स्ट ने मंगलवार को दिल्ली में राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) दिवालिया ऋण शोधन अक्षमता संहिता की धारा- 10 के तहत समाधान के लिए एक आवेदन दायर किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार के अनुसार, ‘गो फर्स्ट एयरलाइन की 60 प्रतिशत से ज्यादा फ्लाइट ग्राउंडेड हो चुकी हैं। इन फ्लाइट्स के ग्राउंडेड होने से कई रूटों पर एयरलाइन की बुकिंग कैंसिल हो रही है। माना जा रहा है कि वाडिया के स्वामित्व वाली गो फर्स्ट ने तेल विपणन कंपनियों के बकाए के कारण 3 और 4 मई के लिए उड़ानें निलंबित कर दी हैं।’
मंगलवार सुबह खबर प्राप्त हुई थी कि, पेट्रोलियम कंपनियों का बकाया न चुका पाने की वजह से गो फर्स्ट एयरलाइन ने 3 और 4 मई को अपनी उड़ानों को कैंसिल कर दिया है। एयरलाइन गंभीर ‘कैश क्रंच’ झेल रही है। इसके अलावा, कंपनी को बार-बार होने वाले इश्यू और प्रैट एंड व्हिटनी इंजनों की सप्लाई होने की वजह से आधे से ज्यादा विमानों को ग्राउंडेड करना पड़ा है। ये इंजन एयरबस ए 320 नियो एयरक्राफ्ट को पॉवर सप्लाई करते हैं।
वाडिया ग्रुप की गो फर्स्ट एयरलाइन ‘स्ट्रैटिजिक इंवेस्टर’ की तलाश में जुटी है। कंपनी संभावित निवेशकों से बात कर रही है। ऑयल मार्केटिंग कंपनी के एक अधिकारी के मुताबिक गो फर्स्ट एयरलाइन ‘कैश एंड कैरी’ मोड पर है। इसका मतलब है कि, इसे ऑपरेट करने वाली उड़ानों की संख्या के लिए दैनिक भुगतान करना होगा। इस बात पर सहमति बनी है कि अगर भुगतान नहीं होता है तो वेंडर कारोबार बंद कर सकता है। इसका मतलब साफ है कि, विमानन कंपनी उसी ट्रैक की ओर जा रही है जिस तरह कभी किंगफिशर गई थी। गो फर्स्ट की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
Follow us on
Advertisement

जरूर पढ़ें

होली 2025: : खुशियों के रंग और पर्यावरण की सुरक्षा का संकल्प

Join Indian Army through NCC Special Entry! : भारतीय सेना में NCC स्पेशल एंट्री से अधिकारी बनने का सुनहरा मौका,आवेदन प्रक्रिया शुरू

आज से होलाष्टक शुरू: : फाल्गुन मास में इसका विशेष महत्व,होलाष्टक के दौरान क्या करें और क्या न करें?

Airtel का सस्ता धमाका : 199 रुपये वाला प्लान, 28 दिन की वैधता और अनलिमिटेड कॉलिंग के साथ मिलेंगे ये फायदे! जानिए पूरी डिटेल

Jio का नया धमाका : OTT और क्रिकेट प्रेमियों के लिए Jio का खास प्लान, ₹195 में 15GB डेटा और फ्री JioHotstar सब्सक्रिप्शन

"planetary parade. 2025": : आसमान में दिखेगा अद्भुत नज़ारा: सात ग्रह होंगे एक सीध में

सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी : यूनिफाइड पेंशन स्कीम से मिलेगी गारंटीड पेंशन, 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी पेंशन स्कीम

फास्टैग रिचार्ज में बदलाव: : अब जुर्माना भरने से बचने के लिए समयसीमा का पालन करना होगा

TRAI: : स्पैम कॉल और संदेशों पर लगेगा 10 लाख तक जुर्माना, TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों पर कसा शिकंजा

Youtube: : यूट्यूब के दो नए धमाकेदार फीचर लॉन्च, क्रिएटर्स और यूजर्स दोनों को मिलेगा फायदा
Advertisement