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Thursday, Mar 20, 2025
छत्तीसगढ़ बनेगा भारत का लिथियम हब: : मैकी साउथ माइनिंग को मिला कटघोरा ब्लॉक, जल्द शुरू होगी खुदाई
"Chhattisgarh's First Lithium Mine: Maccay South Mining Wins Katghora Block"कोरबा/रायपुर। छत्तीसगढ़ में खनिज क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। देश की पहली लिथियम खदान की नीलामी पूरी हो चुकी है और अब जल्द ही खुदाई और उत्पादन कार्य शुरू होने वाला है। इससे छत्तीसगढ़ न केवल ऊर्जा क्रांति की ओर बढ़ेगा बल्कि इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) की बैटरियों और अक्षय ऊर्जा भंडारण में आत्मनिर्भरता की दिशा में भी बड़ा कदम उठाएगा।मैकी साउथ माइनिंग ने हासिल किया लिथियम ब्लॉक, दिग्गज कंपनियों को पछाड़ाकोरबा जिले के कटघोरा क्षेत्र के घुंचापुर और आसपास के इलाकों में लिथियम भंडार की पुष्टि होने के बाद इसे नीलामी के लिए रखा गया था। इस नीलामी में वेदांता, जिंदल, अडाणी, ओला, श्री सीमेंट और अल्ट्राटेक जैसी दिग्गज कंपनियों ने भाग लिया, लेकिन मैकी साउथ माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड ने 76.05% की सर्वाधिक बोली लगाकर इस ब्लॉक को अपने नाम कर लिया। इससे राज्य को लिथियम खनन से होने वाले राजस्व का 76% मिलेगा, जिससे छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ होगा।लिथियम खनन से खुलेंगे समृद्धि के नए द्वार✅ लिथियम ब्लॉक में जल्द शुरू होगा खनन कार्य✅ EV बैटरी निर्माण में भारत बनेगा आत्मनिर्भर✅ खनिज क्षेत्र में डिजिटल मॉनिटरिंग और सेटेलाइट से अवैध खनन पर नजर✅ रोजगार और औद्योगिक विकास को मिलेगा बढ़ावाबैलाडीला में लौह अयस्क खनन को भी मिलेगी रफ्तारछत्तीसगढ़ का बैलाडीला क्षेत्र, जो देश के प्रमुख लौह अयस्क भंडारों में शामिल है, अब और अधिक उत्पादन के लिए तैयार है। तीन नए लौह अयस्क ब्लॉकों में खनन कार्य शुरू करने की योजना बनाई गई है, जिससे देश के इस्पात उद्योग को मजबूती मिलेगी और छत्तीसगढ़ को खनिज उत्पादन में अग्रणी राज्य बनाने में मदद मिलेगी।खनिज राजस्व में रिकॉर्ड वृद्धिछत्तीसगढ़ सरकार की पारदर्शी खनन नीति के चलते राज्य में खनिज राजस्व में जबरदस्त उछाल आया है। 2024-25 में अप्रैल से फरवरी तक ₹11,581 करोड़ का राजस्व अर्जित किया गया, जबकि ₹1,673 करोड़ DMF फंड में जमा हुए हैं। इस राशि का उपयोग स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे के विकास में किया जाएगा।डिजिटल निगरानी से होगी खनन क्षेत्र पर सख्त नजरराज्य सरकार ने सेटेलाइट इमेजिंग और माइनिंग सर्विलियेंस सिस्टम लागू किया है, जिससे अवैध खनन पर कड़ी नजर रखी जाएगी। साथ ही, राज्य खनिज अन्वेषण ट्रस्ट के तहत 13 खनिज परियोजनाओं पर वैज्ञानिक अन्वेषण कार्य चल रहा है, जिनमें लौह अयस्क, बॉक्साइट, ग्रेफाइट और चूना पत्थर प्रमुख हैं।छत्तीसगढ़: भारत की नई खनिज राजधानीलिथियम खनन की ऐतिहासिक पहल और लौह अयस्क उत्पादन के विस्तार के साथ छत्तीसगढ़ जल्द ही भारत का खनिज हब बनने की ओर अग्रसर है। इससे औद्योगिक विकास, स्थानीय रोजगार और आर्थिक समृद्धि को नई गति मिलेगी। कटघोरा लिथियम खदान की खुदाई शुरू होते ही छत्तीसगढ़ वैश्विक स्तर पर ऊर्जा क्रांति में अग्रणी राज्य बन जाएगा, जिससे पूरे देश को लाभ मिलेगा।
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