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Monday, Apr 07, 2025
रामनवमी आज : : रामलला के दरबार में रामजन्मोत्सव की अद्भुत तैयारी, सूर्य तिलक से होगा ऐतिहासिक साक्षात्कार
Ramnavami 2025: Divine Surya Tilak for Ram Lalla in Ayodhyaअयोध्या नगरी एक बार फिर दिव्य आलोक से जगमगाने को तैयार है। श्रीराम जन्मभूमि पर इस वर्ष की रामनवमी बेहद विशेष होने जा रही है। इस पावन पर्व पर जब प्रभु श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाएगा, ठीक उसी क्षण एक अद्भुत घटना भी घटित होगी—रामलला का सूर्य तिलक।तीन अत्यंत शुभ योगों—रवि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और सुकर्मा योग—में सम्पन्न होने जा रहे इस ऐतिहासिक सूर्य तिलक की तैयारियाँ पूरी हो चुकी हैं। शनिवार को तीसरे दिन भी इसका सफल ट्रायल किया गया। दोपहर ठीक 12 बजे, सूर्य की रश्मियों ने रामलला के मस्तक को चार मिनट तक आलोकित किया। यह दैवीय प्रकाश उनके ललाट पर साक्षात तेजस्विता का आभास कराता है।इस अत्यंत सूक्ष्म व सटीक प्रक्रिया के लिए मंदिर के ऊपरी तल पर विशेष लेंस और रिफ्लेक्टर लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से सूर्य की किरणें रामलला के मस्तक पर 75 मिलीमीटर के आकार में केंद्रित होती हैं। यह व्यवस्था खगोलीय गणना और सूर्य की दिशा पर आधारित है। इस विलक्षण क्षण का देश-दुनिया के कोटि-कोटि श्रद्धालु लाइव प्रसारण के माध्यम से दर्शन कर सकेंगे।रामनवमी के दिन का दिव्य आयोजन6 अप्रैल को रामनवमी के पावन अवसर पर सुबह 6 बजे से रात्रि 11 बजे तक श्रीरामलला के दर्शन खुले रहेंगे। इस दिन रामलला का पंचामृत अभिषेक, मनोहारी श्रृंगार, राग-भोग, आरती और दर्शन—सभी एक साथ चलते रहेंगे। रामलला को इस शुभ दिन पर सोना-चांदी जड़ित पीतांबरी पहनाई जाएगी और उन्हें हीरे, मोती, स्वर्ण व रजत आभूषणों से श्रृंगारित किया जाएगा।दोपहर 12 बजे, श्रीराम जन्म की विशेष आरती होगी, जिसमें उन्हें पाँच प्रकार की पंजीरी और 56 प्रकार के भोग अर्पित किए जाएंगे। मंदिर परिसर को फूलों से सुसज्जित किया जाएगा और शाम होते ही संपूर्ण राम मंदिर क्षेत्र विशिष्ट लाइटिंग से नहाया जाएगा। कलाकारों द्वारा गाए जाने वाले सोहर और बधाई गीत इस माहौल को भावविभोर कर देंगे।श्रद्धालुओं के स्वागत हेतु अभूतपूर्व व्यवस्थाएंअयोध्या प्रशासन की ओर से इस पावन उत्सव के लिए संपूर्ण नगर को जोन और सेक्टर में बाँटकर सुरक्षा व व्यवस्था की चाक-चौबंद तैयारियाँ की गई हैं। श्रद्धालुओं को धूप व गर्मी से बचाने हेतु छाजन, दरी, और शीतल पेयजल की विशेष व्यवस्था की गई है।14 अस्थायी स्वास्थ्य केंद्र, 108 एम्बुलेंस सेवाएँ, और ओआरएस किट भी हर प्रमुख बिंदु पर उपलब्ध हैं। मेला क्षेत्र में साफ-सफाई हेतु नगर निगम की टीम को तीन पालियों में सक्रिय रूप से नियुक्त किया गया है।कमिश्नर गौरव दयाल ने बताया कि कुंभ जैसे आयोजनों से सीखे गए अनुभवों को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाओं को और भी बेहतर बनाया गया है।इस वर्ष की रामनवमी केवल एक पर्व नहीं, एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक संगम है। जब श्रद्धा, विज्ञान और संस्कृति मिलकर रामलला के जन्मोत्सव को स्वर्णिम बना देंगे।
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