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छत्तीसगढ़ विधानसभा में हंगामा: : ट्राइबल छात्रावासों में मौतों पर बवाल, विपक्ष का वॉकआउट

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रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में ट्राइबल छात्रावासों में हुई मौतों का मामला गरमाया। इस दौरान विपक्ष ने सरकार को घेरते हुए जवाबदेही की मांग की, लेकिन मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने विधानसभा से वॉकआउट कर दिया।मंत्री-विधायक के बीच तीखी बहसमामले को लेकर मंत्री केदार कश्यप और विधायक लखेश्वर बघेल के बीच तीखी बहस देखने को मिली। विधायक बघेल ने आरोप लगाया कि मंत्री गलत आंकड़े पेश कर रहे हैं और अब तक किसी जिम्मेदार पर कार्रवाई नहीं की गई है।सरकारी आंकड़ों पर सवालविधायक लखेश्वर बघेल ने सरकार से पूछा कि वर्ष 2024-25 में ट्राइबल छात्रावासों में कितनी मौतें हुईं। इस पर मंत्री केदार कश्यप ने जवाब दिया कि दो मौतें हुई हैं। इस उत्तर पर असहमति जताते हुए बघेल ने कहा कि सरकार गलत आंकड़े दे रही है और किसी पर भी ठोस कार्रवाई नहीं हुई।तीन वर्षों में 25 मौतें, लेकिन कार्रवाई न के बराबरमंत्री केदार कश्यप ने कहा कि बीते तीन वर्षों में 25 छात्रावासों में मौतें हुई हैं और इस पर कार्रवाई की गई है। लेकिन विपक्ष ने इसे स्वीकार नहीं किया और जवाब से असंतुष्ट होकर विधानसभा से बहिर्गमन (वॉकआउट) कर दिया।किसानों के मुद्दे पर भी सरकार घिरीविधानसभा सत्र में किसानों के प्रशिक्षण शिविर का मुद्दा भी उठाया गया। डोंगरगढ़ विधायक हर्षिता स्वामी बघेल ने पूछा कि पिछले वर्षों में कितने प्रशिक्षण शिविर लगाए गए।कागजों पर ही चल रहे हैं प्रशिक्षण शिविर?मंत्री नेताम की गैरमौजूदगी में मंत्री केदार कश्यप ने जवाब दिया कि तीन वर्षों में 39 प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए गए।इस पर विधायक हर्षिता बघेल ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 21 शिविर केवल कागजों में ही चल रहे हैं, जबकि 18 स्थानों पर प्रशिक्षण शिविर कभी हुए ही नहीं।उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह किसानों के साथ छलावा है और यह घोटाले की ओर इशारा करता है।छात्रावासों में हुई मौतों और किसानों के मुद्दों पर सरकार बैकफुट पर नजर आई। विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार वास्तविक स्थिति को छिपाने का प्रयास कर रही है और आंकड़ों में हेरफेर कर रही है।अब देखना होगा कि क्या सरकार इन आरोपों का जवाब देगी या विपक्ष इस मुद्दे पर और आक्रामक रुख अपनाएगा।

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