नई दिल्ली। अक्तूबर का महीना आकाश प्रेमियों के लिए किसी उत्सव से कम नहीं होगा। इस महीने की रातें एक के बाद एक दुर्लभ खगोलीय घटनाओं से सराबोर रहेंगी। कभी चमकते उल्कापातों की बारिश, कभी पृथ्वी के सबसे करीब आता दमकता चंद्रमा और कभी ग्रहों की झिलमिलाती चाल — ये सभी घटनाएं मिलकर अक्टूबर को एक अद्वितीय खगोलीय अनुभव में बदल देंगी।
6 अक्तूबर को सुपरमून का दीदार
महीने की शुरुआत ही बेहद खास होगी जब 6 अक्तूबर की रात वर्ष का अंतिम सुपरमून दिखाई देगा। यह वही क्षण होगा जब चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होगा और सामान्य से बड़ा तथा ज्यादा चमकदार दिखाई देगा। इस रात शनि ग्रह भी चंद्रमा के करीब रहेगा — दोनों के बीच की दूरी लगभग 3.3 डिग्री होगी। यह संयोग आधी रात के बाद चरम पर होगा और शनि का रेट्रोग्रेड गमन इसे और खास बनाएगा।
8 अक्तूबर को ड्रेकोनिड उल्का वर्षा
6 से 10 अक्तूबर के बीच पृथ्वी धूमकेतु 21पी जियाकोबिनी-जिनर की धूल भरी कक्षा से गुजरेगी, जिससे उत्पन्न होगी ड्रेकोनिड उल्का वर्षा। इसका चरम 8 अक्टूबर की रात को होगा। हालांकि उस समय पूर्ण चंद्रमा की रोशनी कुछ उल्काओं की चमक को फीका कर सकती है, फिर भी कई उल्काएं रात के आकाश में अपनी रेखाएं खींचती दिखाई देंगी।
10 अक्तूबर को चंद्रमा और प्लायडीज का मिलन
10 तारीख की रात चंद्रमा और ‘सेवन सिस्टर्स’ के नाम से प्रसिद्ध तारक समूह प्लायडीज एक-दूसरे के बेहद करीब आएंगे — महज एक डिग्री की दूरी पर। चंद्रमा की चमक भले कुछ मद्धम तारों को छिपा दे, लेकिन इस तारामंडल के सबसे उज्ज्वल सितारे फिर भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे।
15 अक्टूबर को त्रिकोणीय आकाशगंगा का विशेष दृश्य
इस रात ‘मेसियर 33’ या त्रायांगुलम गैलेक्सी अपने उच्चतम बिंदु पर पहुंचेगी। साफ आसमान में इसे दूरबीन या कैमरे की मदद से देखा जा सकता है। यह गैलेक्सी हमारी आकाशगंगा के सबसे नज़दीकी और चमकीले पड़ोसियों में से एक है।
19 अक्टूबर की सुबह शुक्र और चंद्रमा की युति
19 तारीख की भोर में एक अद्भुत खगोलीय दृश्य देखने को मिलेगा जब चंद्रमा और शुक्र ग्रह पूर्वी क्षितिज पर लगभग चार डिग्री की दूरी पर साथ नजर आएंगे। शुक्र अपनी विशिष्ट चमक के साथ “मॉर्निंग स्टार” के रूप में उदय होगा और सूर्योदय तक आकाश में छाया रहेगा।
21 को अमावस्या, स्पष्ट दिखेगी उल्कावृष्टि
अक्तूबर की 21 तारीख को अमावस्या होगी। चांद न होने से रात का आकाश पूर्ण अंधकारमय रहेगा, जिससे किसी भी उल्का या तारकीय गतिविधि को बिना चंद्रप्रकाश के स्पष्ट देखा जा सकेगा।
29 अक्टूबर को बुध का शानदार प्रदर्शन
महीने का समापन होगा तेज़ गति वाले ग्रह बुध के शानदार प्रदर्शन के साथ। यह ग्रह पश्चिमी आकाश में सूर्यास्त के तुरंत बाद दिखाई देगा और अपनी चमक से आकाश को अलंकृत करेगा।
8-10 वर्षों में आता है ऐसा खगोलीय संयोग
अंतरिक्ष एजेंसियों नासा, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) और इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन (IAU) के पूर्वानुमानों के मुताबिक, इस तरह की विविध और सघन खगोलीय घटनाएं एक साथ होना एक दुर्लभ संयोग है जो औसतन 8 से 10 वर्षों में ही देखने को मिलता है।यह महीना खगोल प्रेमियों, छात्रों, शिक्षकों और अंतरिक्ष में रुचि रखने वाले हर व्यक्ति के लिए एक सुनहरा अवसर है — जहां बिना किसी विशेष यंत्र के भी आसमान खुद अपना रंगमंच बनाकर चमत्कार रचने वाला है।

