Shani Jayanti 2023: आज शुभ योग में शनि जयंती, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, मंत्र और आरती

admin
Updated At: 19 May 2023 at 12:26 PM
आज ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि है और आज शनि जयंती मनाई जा रही है । हिंदू पंचांग के अनुसार भगवान शनि का जन्म ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को हुआ था। भगवान शनि को ज्योतिष में न्याय और कर्मफलदाता माना गया है। हर साल ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को भगवान शनिदेव का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है शनि की अशुभ छाया जिस किसी पर पड़ जाती है उनके जीवन में उन्हें तमाम तरह की परेशानियां आती है। इन परेशानियों को दूर करने के लिए और कुंडली में मौजूद शनिदोषों से छुटकारा पाने के लिए भगवान शनि देव की पूजा अर्चना की जाती है। आपको बता दें कि इस साल शनि जयंती पर बहुत ही खास और दुर्लभ योग बन रहा है। ऐसे में आइए जानते हैं शनि जयंती के दिन भगवान शनि देव की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त,पूजा विधि और मंत्र।
शनि जयंती 2023 और शुभ योग
साल 2023 में शनि जयंती बहुत ही शुभ योग में मनाई जा रही है। इस बार शनि जयंती पर सुबह से लेकर शाम तक शोभन योग रहेगा। इसके अलावा शनि देव स्वयं की राशि कुंभ में विराजमान होंगे और शश महापुरुष योग का निर्माण होगा। वहीं शनि जन्मोत्सव पर गुरु और चंद्रमा की युति से गजकेसरी योग भी रहेगा। गजकेसरी योग को बहुत ही शुभ योग माना जाता है। ऐसे में शनि जयंती पर इस तरह के शुभ योग में भगवान शनि की पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होगी और शनिदेव की विशेष कृपा भी बनी रहेगी।
*Vat Savitri Vrat : आज है वट सावित्री व्रत, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और सब कुछ*
https://admin.cgnow.in/vat-savitri-vrat-2023-today-is-vat-savitri-vrat-know-auspicious-time-worship-method-and-everything/
शनि जयंती शुभ मुहूर्त 2023
ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि प्रारंभ- 18 मई रात 09 बजकर 42 मिनट से
ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि समाप्त - 19 मई रात 09 बजकर 22 मिनट तक
शनि जयंती पर ऐसे करें भगवान शनि की पूजा
शनिदेव की पूजा के लिए अमावस्या तिथि का विशेष महत्व होता है। ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि पर भगवान शनि का जन्म हुआ था ऐसे में शनि जयंती पर सबसे पहले सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करते हुए भगवान सूर्यदेव को जल चढ़ाएं फिर पूजा का संकल्प लेते हुए साफ-सुथरा वस्त्र पहने। इसके बाद अपने घर के पास बने शनि मंदिर जाकर भगवान शनि की पूजा करें। पूजा में शनिदेव को सरसों के तेल से अभिषेक करें, फिर इत्र, गुलाब, नीले रंग का फूल और काला तिल आदि अर्पित करें। इसके बाद तेल का दीपक जलाएं और अंत में शनि चालीसा मंत्र का विधि-विधान से जाप करें और शनिदेव की आरती करें।
शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय
शास्त्रों में पीपल के पेड़ में शनिदेव का वास माना गया है ऐसे में कुंडली से शनि दोष को खत्म करने के लिए शनि जयंती पर पीपल के जड़ में जल चढ़ाएं और तेल का दीपक जलाएं। इसके अलावा शनि जयंती से शुरू कर हर शनिवार के दिन शनिदेव के मंत्र ‘ऊं प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:’का जाप करें। इसके अलावा शनि देव की पूजा के साथ-साथ हनुमानजी की भी पूजा करें।
Follow us on
Advertisement

जरूर पढ़ें

फगुआ 2025: : उरांव समुदाय का पवित्र अनुष्ठान, सोनो-रूपो के आतंक से मुक्ति का उत्सव सरहुल और होली से पहले गूंजेगा फगुआ का उल्लास

होली 2025: : खुशियों के रंग और पर्यावरण की सुरक्षा का संकल्प

Join Indian Army through NCC Special Entry! : भारतीय सेना में NCC स्पेशल एंट्री से अधिकारी बनने का सुनहरा मौका,आवेदन प्रक्रिया शुरू

आज से होलाष्टक शुरू: : फाल्गुन मास में इसका विशेष महत्व,होलाष्टक के दौरान क्या करें और क्या न करें?

Airtel का सस्ता धमाका : 199 रुपये वाला प्लान, 28 दिन की वैधता और अनलिमिटेड कॉलिंग के साथ मिलेंगे ये फायदे! जानिए पूरी डिटेल

Jio का नया धमाका : OTT और क्रिकेट प्रेमियों के लिए Jio का खास प्लान, ₹195 में 15GB डेटा और फ्री JioHotstar सब्सक्रिप्शन

"planetary parade. 2025": : आसमान में दिखेगा अद्भुत नज़ारा: सात ग्रह होंगे एक सीध में

सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी : यूनिफाइड पेंशन स्कीम से मिलेगी गारंटीड पेंशन, 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी पेंशन स्कीम

फास्टैग रिचार्ज में बदलाव: : अब जुर्माना भरने से बचने के लिए समयसीमा का पालन करना होगा

TRAI: : स्पैम कॉल और संदेशों पर लगेगा 10 लाख तक जुर्माना, TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों पर कसा शिकंजा
Advertisement