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बायोमैट्रिक अपडेट में छत्तीसगढ़ को देशभर में मिला अव्वल दर्जा: : 944 शिविर, हजारों बच्चों तक पहुंच—CHiPS की मेहनत को मिला राष्ट्रीय सम्मान

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रायपुर, 09 अप्रैल 2025। रिपोर्ट: CG NOW ब्यूरोछत्तीसगढ़ ने डिजिटल सेवा के क्षेत्र में एक और बड़ा मुकाम हासिल किया है। आधार बायोमैट्रिक अपडेट के राष्ट्रीय अभियान में छत्तीसगढ़ को "बेस्ट परफॉर्मिंग स्टेट" के रूप में सम्मानित किया गया है। खास बात यह रही कि यह पुरस्कार राज्य में बच्चों के आधार अपडेट को लेकर किए गए बेहतरीन कामों के लिए दिया गया।दिल्ली स्थित भारत मंडपम में हुए "आधार संवाद" कार्यक्रम के दौरान यह सम्मान केंद्र सरकार की ओर से छत्तीसगढ़ को प्रदान किया गया। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे, वहीं UIDAI के डिप्टी डायरेक्टर जनरल (फाइनेंस) श्री तेनतु सत्यनारायण ने यह सम्मान छत्तीसगढ़ को सौंपा। राज्य की ओर से छत्तीसगढ़ सदन के श्री मनीष जोशी ने यह पुरस्कार ग्रहण किया।CHiPS बना बायोमैट्रिक अपडेट का असली हीरोराज्य में CHiPS (Society for IT & e-Governance) नामांकन एजेंसी के रूप में आधार सेवाएं दे रहा है और इस काम में उसकी भूमिका वाकई सराहनीय रही है। CHiPS के CEO प्रभात मलिक ने बताया कि खासतौर पर 5 से 7 और 15 से 17 वर्ष के बच्चों के लिए अनिवार्य बायोमैट्रिक अपडेट के मामले में छत्तीसगढ़ ने रिकॉर्ड सफलता पाई है।उन्होंने बताया कि बीते एक साल में राज्य के दूरस्थ और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कुल 944 विशेष आधार शिविर लगाए गए, जहां 38,762 नागरिकों का आधार पंजीकरण और अपडेट किया गया। इन शिविरों के ज़रिये सरकारी तंत्र ने उस वर्ग तक डिजिटल सेवाओं को पहुँचाया, जो अक्सर इनसे वंचित रह जाते हैं।डिजिटल इंडिया की रफ्तार छत्तीसगढ़ से तेजमुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार की प्राथमिकता रही है कि डिजिटल सेवाएं आम जनता, खासकर बच्चों और ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचे। बच्चों के बायोमैट्रिक अपडेट की यह पहल इस सोच को ज़मीन पर उतारने का एक सफल उदाहरण बन गई है।इस सम्मान को प्रदेश की तकनीकी दक्षता और जनपहुंच की ताकत के रूप में देखा जा रहा है। डिजिटल इंडिया की दिशा में छत्तीसगढ़ की यह उपलब्धि न सिर्फ अन्य राज्यों के लिए एक उदाहरण है, बल्कि यह साबित करती है कि इच्छाशक्ति और तकनीकी समर्पण से कितना कुछ संभव है।

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