जशपुर, 18 अप्रैल 2025जशपुर जिले के प्राकृतिक वैभव और धार्मिक आस्था के संगम स्थल मधेश्वर महादेव और मयाली ईको पर्यटन क्षेत्र को एक नए पर्यटन हब के रूप में विकसित करने की दिशा में प्रशासन ने ठोस कदम उठाए हैं। कलेक्टर रोहित व्यास की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला मुख्यालय में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में इन दोनों स्थलों के समग्र विकास पर विस्तृत चर्चा की गई।बैठक में जनप्रतिनिधियों, वन विभाग, पर्यटन विशेषज्ञों और स्थानीय ग्रामीणों के साथ विचार-विमर्श करते हुए कलेक्टर ने मयाली क्षेत्र को ‘मरीन ड्राइव’ की तर्ज पर विकसित करने की परिकल्पना प्रस्तुत की। प्रस्तावित सुविधाओं में आकर्षक पाथवे, सोलर एवं सजावटी लाइटिंग, वृक्षारोपण, बच्चों के लिए किड्स ज़ोन, वाटर स्पोर्ट्स, पिकनिक एरिया, एडवेंचर ज़ोन, रोप ब्रिज, पैगोडा, बर्ड वॉच टावर और भव्य स्वागत द्वार शामिल हैं।प्राकृतिक सौंदर्य को संरक्षित रखते हुए विकासकलेक्टर ने स्पष्ट किया कि मयाली क्षेत्र का विकास पारिस्थितिकी संतुलन को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। इस हेतु मड हाउस, ट्री हाउस, लॉग हाउस और स्विस कॉटेज जैसी पर्यावरण-संवेदी संरचनाओं का निर्माण प्रस्तावित है। इसके साथ ही मांगलिक आयोजनों के लिए एक सुंदर सांस्कृतिक भवन तथा पर्यटकों के लिए आकर्षक कैंटीन निर्माण पर भी सहमति बनी।मधेश्वर महादेव में धार्मिक पर्यटन का नया अध्यायकलेक्टर ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल पर इस वर्ष पहली बार ‘मधेश्वर महोत्सव’ का भव्य आयोजन किया जाएगा। महोत्सव के दौरान पारंपरिक मेले के साथ-साथ श्रद्धालुओं के लिए कांवर यात्रा की भी शुरुआत की जाएगी, जिससे यह स्थल धार्मिक पर्यटन का केंद्र बन सकेगा।मधेश्वर महादेव मंदिर परिसर में लेजर लाइटिंग की व्यवस्था, गुफा मंदिर में सुविधाओं का विस्तार, और प्रवासी पक्षियों के दर्शन हेतु विशेष बर्ड वॉच स्पॉट का निर्माण, इस स्थल को अनोखी पहचान दिलाएगा।रोजगार और स्थानीय सहभागिता को मिलेगा बलपरियोजना के तहत निर्माण कार्यों में स्थानीय संसाधनों और कारीगरों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी, जिससे क्षेत्रीय युवाओं को रोजगार और आजीविका के नए अवसर प्राप्त होंगे। कलेक्टर ने कहा कि विकास कार्यों में जनसहभागिता को प्राथमिकता दी जाएगी।पर्यावरण-संवेदनशील दृष्टिकोणश्रद्धालुओं की सुरक्षा और पहाड़ी क्षेत्र की स्थिरता को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर ने बिना अनुमति सभी ब्लास्टिंग कार्यों पर तत्काल रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। गुफा मंदिर क्षेत्र को बिना किसी क्षति के सुव्यवस्थित और सुरक्षित रूप से विकसित किया जाएगा।उपस्थित रहे जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीबैठक में डीएफओ जितेन्द्र उपाध्याय, निखिल अग्रवाल, एसडीएम नंदजी पांडे, पार्षद अमन शर्मा, जनप्रतिनिधि भरत सिंह सहित अनेक ग्रामीणजन उपस्थित थे, जिन्होंने इस ऐतिहासिक पहल का स्वागत किया।