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Tuesday, Mar 11, 2025
लेटेस्ट न्यूज़
जशपुर का गर्व बनी एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता: : कोतबा की विमला कुजूर का अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स में चयन, देश के लिए पदक जीतने का संकल्प
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के कोतबा की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विमला कुजूर का चयन इंडोनेशिया में आयोजित अंतरराष्ट्रीय मास्टर एथलेटिक्स प्रतियोगिता के लिए हुआ है। विमला को यह सफलता कर्नाटक के बैंगलुरू में आयोजित राष्ट्रीय मास्टर एथलेटिक्स प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन के आधार पर मिली है। इस प्रतियोगिता में उन्होंने ऊँची कूद में कांस्य पदक जीता था। इससे पहले, 2022 में गोवा में आयोजित मास्टर एथलेटिक्स प्रतियोगिता में विमला ने तीन स्वर्ण पदक जीतकर अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया था।विमला कुजूर ने विश्वास जताया है कि वह इंडोनेशिया में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए देश के लिए पदक जीतने में सफल रहेंगी। उनके इस चयन पर कोच इंदु मालिया, अंतरराष्ट्रीय एथलीट कृष्णामूर्ति, विश्व चैंपियन मोहन लाल व बालमुकुंद सिंह, राष्ट्रीय खिलाड़ी दीपिका सेन, राधिका सिदार तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने उन्हें बधाई दी है।उनकी इस उपलब्धि से पूरे छत्तीसगढ़ को गर्व महसूस हो रहा है और वे आने वाले अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में देश का नाम रोशन करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
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पुण्यतिथि पर विशेष : : आदिवासी समाज की बुलंद आवाज़ बस्तर के जननायक बलिराम कश्यप की अमर विरासत
"जो बस्तर की माटी से जन्मा, वही माटी का मसीहा था,हर दिल में जो बसता था, वो बलिराम कश्यप था।आदिवासियों की ताक़त था, संघर्षों की पहचान था,सत्ता के खेल से दूर, बस जनता का भगवान था।"Cg now टीम छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक ऐसा नाम, जिसने आदिवासी समाज की आवाज़ को बुलंद किया और बस्तर की धरती पर विकास की नींव रखी—वह नाम है बलिराम कश्यप। भारतीय जनता पार्टी के इस कद्दावर नेता ने जनजातीय समाज के हक़ और हुक़ूक़ के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। वे सिर्फ़ एक राजनेता नहीं, बल्कि बस्तर की आत्मा से जुड़े हुए जननायक थे, जिनका प्रभाव आज भी देखा जा सकता है।संघर्ष से सशक्तिकरण तक का सफरबलिराम कश्यप का जन्म 1936 में हुआ था। वे 1972 से 1992 तक मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे। इस दौरान उन्होंने आदिवासी समाज के उत्थान के लिए कई अहम कदम उठाए।1977-78: मध्य प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री रहे।1978-80 और 1988-92: आदिवासी कल्याण मंत्री के रूप में कार्य किया।1998 में पहली बार लोकसभा सांसद बने, उसके बाद लगातार 1999, 2004 और 2009 में सांसद चुने गए।चार बार सांसद रहने के दौरान उन्होंने बस्तर क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक कार्य किए।बस्तर में था जबरदस्त दबदबाबलिराम कश्यप को लेकर कहा जाता है कि बस्तर में उनका गहरा प्रभाव था। 2003 और 2008 के विधानसभा चुनावों में भाजपा की बस्तर में शानदार जीत में उनकी अहम भूमिका मानी जाती है।2003 में भाजपा को 12 में से 9 सीटें मिलीं।2008 में भाजपा ने 12 में से 11 सीटों पर विजय हासिल की।बलिराम कश्यप के निधन के बाद भाजपा बस्तर में पहले जैसा करिश्मा नहीं कर पाई।PM मोदी ने बताया 'बस्तर का गुरु'बलिराम कश्यप का प्रभाव सिर्फ़ बस्तर तक सीमित नहीं था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद उन्हें 'बस्तर का गुरु' बताया।1998 में जब नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ के भाजपा प्रभारी बने, तब वे बस्तर में बलिराम कश्यप के साथ संगठन का काम किया करते थे। पीएम मोदी ने कहा—"जब भी बस्तर की धरती पर आता हूं और बलिराम कश्यप जी की याद न आए, ऐसा हो ही नहीं सकता।"राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रहा परिवारबलिराम कश्यप के पुत्र केदार कश्यप छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री रहे और उनकी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं।जनता के दिलों में अमर रहेंगे बलिराम कश्यप10 मार्च 2011 को इस महान नेता ने दुनिया को अलविदा कहा, लेकिन उनकी विचारधारा, संघर्ष और सेवा का जज़्बा आज भी बस्तर की मिट्टी में ज़िंदा है।वे सच में बस्तर के जननायक थे, जिन्होंने राजनीति को सेवा का माध्यम बनाया और आदिवासी समाज को एक सशक्त पहचान दिलाई।"सियासत के बाज़ार में बिकते नहीं थे, अलग ही उनकी शान थी,जो जंगल की गूंज सुनते थे, वही उनकी पहचान थी।विकास की मशाल जलाई, हर गाँव में रौशनी आई,बस्तर की धड़कन थे वो, जो आज भी ज़िंदा दिखाई।"
टेक्नोलॉजी
"planetary parade. 2025": : आसमान में दिखेगा अद्भुत नज़ारा: सात ग्रह होंगे एक सीध में
Planetary Alignment:खगोल विज्ञान के शौकीनों के लिए यह एक दुर्लभ और रोमांचक अवसर होगा, जब सात ग्रह एक सीधी रेखा में नजर आएंगे। इस अद्भुत खगोलीय घटना में शनि, बुध, नेपच्यून, शुक्र, अरुण (यूरेनस), बृहस्पति और मंगल एक साथ अपनी चमक बिखेरते दिखाई देंगे। वैज्ञानिकों ने इसे "ग्रहों की परेड" (Planetary Alignment) का नाम दिया है, जो एक दुर्लभ संयोग माना जाता है।कब और कैसे दिखेगा यह दुर्लभ संयोग?यह घटना जनवरी से चल रही है और 8 मार्च तक जारी रहेगी, लेकिन 28 फरवरी को सबसे खास नज़ारा देखने को मिलेगा, जब सभी सातों ग्रह एक साथ एक रेखा में होंगे। इसके बाद इस तरह की घटना फिर 15 साल बाद, 2040 में ही देखने को मिलेगी।ग्रहों की परेड क्यों होती है खास?आमतौर पर कुछ ग्रह एक ही समय में सूर्य के एक तरफ होते हैं, लेकिन सभी सातों ग्रहों का एक सीध में आना बेहद दुर्लभ होता है। यह संयोग तब बनता है जब सभी ग्रह अपनी कक्षाओं में घूमते हुए एक निश्चित स्थिति में पहुंच जाते हैं, जिससे वे पृथ्वी से एक सीधी रेखा में दिखाई देते हैं।ग्रहों को देखने का सही तरीकाग्रहों की यह परेड देखने के लिए कम रोशनी वाले खुले स्थान पर जाना सबसे अच्छा रहेगा। अगर मौसम साफ रहा तो यूरेनस और नेपच्यून को छोड़कर बाकी ग्रह नंगी आंखों से देखे जा सकेंगे, जबकि यूरेनस और नेपच्यून को देखने के लिए दूरबीन की जरूरत पड़ेगी।विशेषज्ञों के अनुसार:पूर्व दिशा में मंगलदक्षिण-पूर्व में बृहस्पति और यूरेनसपश्चिम दिशा में शुक्र, नेपच्यून और शनि नजर आएंगे।अगर आप खगोल विज्ञान में रुचि रखते हैं, तो यह शानदार मौका हाथ से जाने न दें और 28 फरवरी को आकाश में इस अद्भुत नज़ारे का आनंद लें!
विदेश
चैंपियंस ट्रॉफी 2025: : भारत की तीसरी जीत, न्यूजीलैंड को 44 रन से हराकर सेमीफाइनल में पहुंची टीम इंडिया
दुबई | भारतीय क्रिकेट टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में जीत की हैट्रिक लगाते हुए न्यूजीलैंड को 44 रन से शिकस्त दी। इस जीत के साथ भारत ग्रुप ए में टॉप पर पहुंच गया और अब सेमीफाइनल में 4 मार्च को ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगा।मैच का संक्षिप्त विवरणन्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी। भारत ने 50 ओवर में 9 विकेट खोकर 249 रन बनाए।श्रेयस अय्यर – 79 रनहार्दिक पांड्या – 45 रनअक्षर पटेल – 42 रनजवाब में न्यूजीलैंड की टीम 45.3 ओवर में 205 रन पर ऑलआउट हो गई।केन विलियम्सन – 81 रनवरुण चक्रवर्ती – 5 विकेटग्रुप स्टैंडिंग और आगे की राहभारत ने ग्रुप स्टेज में बांग्लादेश, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड को हराकर 6 अंकों के साथ पहला स्थान हासिल किया। न्यूजीलैंड 4 अंकों के साथ दूसरे नंबर पर रहा, जबकि बांग्लादेश और पाकिस्तान टूर्नामेंट से बाहर हो गए।सेमीफाइनल मुकाबलेभारत बनाम ऑस्ट्रेलिया – 4 मार्च, दुबईन्यूजीलैंड बनाम साउथ अफ्रीका – 5 मार्च, लाहौरअब भारतीय टीम की नजरें सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में जगह बनाने पर टिकी हैं।
व्यापर
SBI ने सस्ते किए लोन : RBI की रेपो रेट कटौती के बाद , होम और ऑटो लोन पर घटी ब्याज दरें
हाल ही में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की थी, जो पिछले पांच सालों में पहली बार हुआ है। इसके बाद देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने भी अपने ग्राहकों को राहत देते हुए कई लोन की ब्याज दरों में कटौती की है। होम लोन पर ब्याज दर घटी SBI ने अपने एक्सटर्नल बेंचमार्क रेट (EBR) से जुड़े होम लोन सस्ते कर दिए हैं। अब होम लोन की ब्याज दर 8.25% से 9.2% के बीच होगी, जो आपके क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करेगी। वहीं, होम लोन मैक्सगेन (ओवरड्राफ्ट) विकल्प की ब्याज दर 8.45% से 9.4% तक है। इसके अलावा, टॉप-अप लोन 8.55% से 11.05% और टॉप-अप (ओवरड्राफ्ट) लोन 8.75% से 9.7% के बीच मिलेगा। वहीं, प्रॉपर्टी के बदले लोन 9.75% से 11.05% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए रिवर्स मॉर्गेज लोन 11.3% पर उपलब्ध है। बिजनेस लोन पर भी असर SBI के बिजनेस लोन मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स (MCLR) से जुड़े हैं, जिनमें तब ही कटौती होगी जब बैंक की जमा दरें घटेंगी। हालांकि, HDFC बैंक ने RBI की कटौती के बावजूद अपना MCLR बढ़ा दिया था। ऑटो लोन पर भी राहत SBI के ऑटो लोन एक साल के MCLR से जुड़े होते हैं, जो अभी 9% है। SBI की स्टैंडर्ड कार लोन स्कीम 9.2% से 10.15% की दर पर उपलब्ध है, जबकि लॉयल्टी कार लोन 9.15% से 10.1% तक मिलेगा। इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए SBI ग्रीन कार लोन 9.1% से 10.15% की दर पर उपलब्ध है, जबकि टू-व्हीलर लोन 13.35% से 14.85% के बीच मिलेगा। इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों पर 0.5% की छूट भी मिलेगी। SBI द्वारा लोन दरों में कमी दिखाती है कि बैंक न केवल अपने ग्राहकों को राहत देना चाहता है, बल्कि ग्रीन व्हीकल्स को भी बढ़ावा दे रहा है।
खेल
IND VS NZ Final chaimpian trophy 2025: : भारत बना चैंपियंस ट्रॉफी का नया बादशाह, फाइनल में न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराया
दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में आज खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल मुकाबले में भारत ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया। न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 251 रन बनाए। भारत ने 252 रनों का लक्ष्य 48.3 ओवर में 6 विकेट खोकर हासिल कर लिया।न्यूजीलैंड की पारी:न्यूजीलैंड की शुरुआत धीमी रही, लेकिन डेरिल मिशेल (63) और माइकल ब्रेसवेल (नाबाद 53) ने महत्वपूर्ण अर्धशतक लगाकर टीम को प्रतिस्पर्धात्मक स्कोर तक पहुँचाया। भारत की ओर से वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव ने 2-2 विकेट लिए। citeturn0news13भारत की पारी:लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत मजबूत रही। कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने पहले विकेट के लिए 100 रनों की साझेदारी की। गिल 31 रन बनाकर आउट हुए, जबकि रोहित ने 78 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली। मध्यक्रम में विराट कोहली (1) और श्रेयस अय्यर (15) जल्दी पवेलियन लौट गए, लेकिन केएल राहुल (45) और रवींद्र जडेजा (नाबाद 33) ने संयमित बल्लेबाजी करते हुए टीम को जीत की दहलीज तक पहुँचाया। citeturn0news12मुख्य बिंदु:रोहित शर्मा की कप्तानी पारी: रोहित ने 78 रन बनाकर टीम को मजबूत शुरुआत दी।गेंदबाजों का योगदान: वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव ने 2-2 विकेट लेकर न्यूजीलैंड की रनगति पर अंकुश लगाया।मध्यक्रम का संघर्ष: कोहली और अय्यर के जल्दी आउट होने के बावजूद, राहुल और जडेजा ने जिम्मेदारी से खेलते हुए टीम को जीत दिलाई।इस जीत के साथ भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब अपने नाम किया, जिससे देशभर में खुशी की लहर दौड़ गई है।
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