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Thursday, Mar 20, 2025
Minor's suicide in Jashpur शेल्टर, High-level probe ordered: : आश्रय गृह बालिका जशपुर में नाबालिग की आत्महत्या पर प्रशासन ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश
पंद्रह दिनों में जांच रिपोर्ट पेश करने के निर्देशजशपुर उन्नीस मार्च को जिले के खुला आश्रय गृह बालिका में चौदह वर्षीय नाबालिग बालिका द्वारा आत्महत्या किए जाने की घटना को लेकर जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री रोहित व्यास ने इस घटना की विस्तृत मजिस्ट्रियल जांच के आदेश देते हुए अनुविभागीय दंडाधिकारी जशपुर श्री ओंकार यादव को जांच अधिकारी नियुक्त किया हैजांच के प्रमुख बिंदुनाबालिग बालिका की मृत्यु के वास्तविक कारणों की जांच की जाएगी आत्महत्या की परिस्थितियों एवं संभावित कारणों की विस्तृत पड़ताल होगी आश्रय गृह में सुरक्षा उपायों की समीक्षा और संभावित लापरवाही की जांच होगी समय पर इलाज उपलब्ध कराने में कोई देरी या लापरवाही हुई या नहीं इसकी जांच की जाएगी दोषियों की पहचान और जिम्मेदारी तय की जाएगी भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए आवश्यक सुझाव प्रस्तुत किए जाएंगे जांच रिपोर्ट पंद्रह दिनों के भीतर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैंक्या है पूरा मामलाबालिका जो आस्ता थाना क्षेत्र के ग्राम कांची की निवासी थी उसे सोलह मार्च दो हजार पच्चीस को बाल कल्याण समिति के आदेश पर खुला आश्रय गृह बालिका जशपुर में अस्थाई रूप से संरक्षित किया गया था बालिका के पिता मानसिक रूप से अस्वस्थ थे और माता का निधन हो चुका था जिसके कारण उसे देखरेख के लिए आश्रय गृह में रखा गया थाअठारह मार्च 2025 की सुबह साढ़े नौ बजे बालिका ने बाथरूम में फांसी लगाने का प्रयास किया उसे तत्काल जिला अस्पताल जशपुर ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दियापुलिस की कार्यवाहीबालिका ने पहले थाना जशपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी जिसके बाद पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता और पोक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया घटना थाना आस्ता क्षेत्र के अंतर्गत होने के कारण मामला वहां स्थानांतरित किया गया और अपराध क्रमांक बारह दो हजार पच्चीस धारा तीन सौ छियासठ तीन सौ छिहत्तर भारतीय दंड संहिता एवं चार पोक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया आरोपी अपचारी विधि से संघर्षरत बालक को न्यायालय में पेश कर बाल संप्रेषण गृह भेजा गया चूंकि बालिका के परिजन उसकी देखभाल में असमर्थ थे इसलिए उसे बाल आश्रय गृह जशपुर में रखा गया था आत्महत्या की गंभीरता को देखते हुए महिला चिकित्सा अधिकारी की विशेष टीम द्वारा शव का पोस्टमार्टम कराया गया फिर शव परिजनों को सौंप दिया गयाप्रशासन की सख्ती और संभावित कार्रवाईइस संवेदनशील मामले में लापरवाही की किसी भी आशंका को देखते हुए प्रशासन सख्त कदम उठा रहा है यदि जांच में सुरक्षा चूक या लापरवाही सामने आती है तो दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी जशपुर प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े उपाय किए जाएंगे
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